मैमोग्राफी के मरीजों को चुकाने पड़ रहे 4 गुना दाम

Monday, May 21, 2018 - 10:10 AM (IST)

सोलन : क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में मैमोग्राफी के लिए मशीन तो है लेकिन महिला सहायक न होने के कारण यह मशीन धूल फांक रही है। इसके अभाव में महिला मरीजों को इसके लिए निजी क्लीनिकों में 4 गुना दाम चुकाने पड़ रहे हैं। जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय अस्पताल में करीब डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय से रेडियोलॉजी विभाग में किसी भी महिला सहायक की तैनाती नहीं की गई है। इसके चलते यहां महिलाओं की मैमोग्राफी नहीं हो पा रही है क्योंकि इसके बिना मैमोग्राफी करना संभव नहीं। इसके चलते मरीजों को मजबूरन निजी क्लीनिकों में जाना पड़ रहा है। यहां पर सोलन, सिरमौर व शिमला जिलों से आने वाली महिला मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में मैमोग्राफी टैस्ट की सुविधा उपलब्ध
निजी क्लीनिकों में इसके लिए भारी-भरकम फीस चुकानी पड़ रही है या फिर आई.जी.एम.सी. शिमला का रुख करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि आई.जी.एम.सी. शिमला के बाद क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में मैमोग्राफी टैस्ट की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर प्रतिमाह 20-25 महिला मरीज मैमोग्राफी के लिए पहुंचती हैं। इस विभाग में महिला सहायक की तैनाती न होने के कारण चिकित्सक को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है व इसके लिए प्रशिक्षु नर्सों का सहारा लेना पड़ता है। कई बार महिलाओं को बिना टैस्ट के ही वापस भेजना पड़ता है।
 
क्या है मैमोग्राफी 
मैमोग्राफी एक प्रकार का एक्स-रे है जो ब्रैस्ट की स्क्रीङ्क्षनग कर इसमें होने वाले बदलाव को डिजिटल रूप में दिखाता है। ब्रैस्ट कैंसर और ट्यूमर की जांच के लिए वैसे तो कई टैस्ट हैं लेकिन मैमोग्राफी टैस्ट सबसे सस्ता है व सटीक जानकारी देता है। यह टैस्ट बीमारी के लक्षण प्रकट होने से 2 वर्ष पहले ही सावधान कर देता है। रेडियोलॉजी विभाग में मैमोग्राफी के लिए महिला सहायक न होने के कारण चिकित्सकों को दिक्कत आ रही है।
 

kirti