युवती मौत मामला: TMC प्रशासन की रिपोर्ट पर उठाए सवाल

Saturday, Jul 21, 2018 - 12:28 PM (IST)

टांडा (कांगड़ा): डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कॉलेज टांडा में पिछले सोमवार को सर्पदंश से हुई कांगड़ा के निकटवर्ती गांव चंद्रोट की युवती की मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मृतक युवती के परिजनों ने टांडा मैडीकल प्रशासन द्वारा इस मामले में बनाई गई रिपोर्ट पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। मृतक युवती के पिता मस्त राम ने कहा है कि उनकी बेटी की मौत इलाज में कोताही बरतने के कारण हुई है और इस मामले में टी.एम.सी. प्रशासन ने जो रिपोर्ट बनाई है, वह सही नहीं है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की जांच आई.जी.एम.सी. शिमला से टीम बुलाकर की जाए या किसी अन्य मैडीकल कॉलेज के चिकित्सकों की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा जाए। 


मस्त राम का कहना है कि अंत तक डॉक्टरों ने उसकी बेटी की गंभीर हालत के बारे में उन्हें नहीं बताया था। उन्होंने कहा कि आपातकालीन में तो कोई वरिष्ठ डॉक्टर न होने के कारण उसे मैडीसन वार्ड में भेज दिया तथा 7 से 10 बजे तक कोई भी सीनियर डाक्टर उसे देखने नहीं आया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक डॉक्टर ने मौखिक रूप से इंजैक्शन लगाने के लिए नर्सों को कहा किंतु डाक्टर के चले जाने के उपरांत नर्सों को वह इंजैक्शन ही याद नहीं रहा तथा एक-दूसरे को इंजैक्शन के बारे में पूछती रहीं, जिसके बाद उन्होंने अंदाजे से ही इंजैक्शन लगा दिया। उसी के बाद मेरी बेटी की हालत गंभीर हो गई तथा उसे आई.सी.यू. में स्थानांतरित कर दिया। 


सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएं
युवती के पिता ने मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री से भी आग्रह किया है कि इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए तथा अस्पताल के वार्ड में या फिर वार्डों तथा ओ.पी.डी. के मुख्य द्वारों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएं, ताकि डॉक्टरों की लापरवाही के साथ-साथ सभी डॉक्टरों के आने-जाने का समय पता लगता रहे। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी तो चली गई, लेकिन किसी दूसरे की बेटी ऐसे बेमौत न मारी जाए, इसके लिए प्रशासन को उचित कदम उठाने चाहिए।


प्राचार्य कार्यालय को भेजी है जांच : डा. गुरदर्शन गुप्ता
मैडीकल कॉलेज टांडा के चिकित्सक अधीक्षक डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि मैडीकल विभाग के एच.ओ.डी. द्वारा की गई जांच को प्राचार्य कार्यालय में भेज दिया है तथा अस्पताल परिसर में 36 सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए गए हैं तथा अन्य को लगाने के लिए प्राचार्य को मांग भेजी गई है।


शांता के बयान का किया समर्थन
चंद्रोट में सांप के डसने से युवती की मौत पर सांसद शांता कुमार ने हमारी बच्ची के लिए जो बयान दिया है उसके लिए वह धन्यवादी हैं तथा उन्होंने भी एक बच्ची के लिए अपने मन में हमदर्दी दिखाई है। ये शब्द मृतक युवती के पिता मस्त राम ने कहे। उन्होंने कहा कि शांता कुमार ने भी इसकी जांच की मांग उठाई है। सांसद शांता कुमार ने बिल्कुल ठीक कहा कि सरकार बदली है तो तौर-तरीके भी बदलने चाहिए। सरकार तो अपना काम कर रही है किन्तु अधिकारी और कर्मचारी सरकार का नाम खराब कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने संबंधित मंत्रालय से तथा इनके लिए उत्तरदायी अधिकारियों के खिलाफ जांच करने की मांग की है। 

Ekta