TMC में स्टाफ नर्स की मौत मामले में मजिस्ट्रेट जांच शुरू

Friday, Oct 26, 2018 - 01:04 PM (IST)

कांगड़ा (किशोर): डा.राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज टांडा में स्टाफ नर्स रोजी ठाकुर की मौत के कारणों की जांच मजिस्ट्रेट द्वारा करवाने की मांग टांडा के कर्मचारियों द्वारा की जा रही थी जिसे हिमाचल प्रदेश के स्वास्थय मंत्री विपिन परमार ने मान ली थी जिसकी जांच मैडीकल कालेज में आरंभ हो गई है। धर्मशाला से आए एडीसी ने इसकी जांच के लिए उस समय ड्यूटी पर तैनात एक-एक नर्स से अलग-अलग ब्यान दर्ज किए। जांच के दौरान एडीसी अकेले कमरे में बैठ कर उनके ब्यान दर्ज कर रहे थे तथा किसी के सामने कोई भी ब्यान नहीं लिया जा रहा था। इसी प्रकार ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों के भी ब्यान लिए जाएंगे कि किसने सबसे पहले डाक्टर ऑन ड्यूटी को फोन कर बुलाया तथा वह किन कारणों से रोगी को देखने गए या नहीं गए। बता दें कि टांडा मैडीकल कालेज की टीबी विभाग में रोजी ठाकुर की उसके घर में उसको आग लगने से घायल हो गई थी तथा वह लगभग 40 प्रतिशत जल चुकी थी। उसके लगभग 10 दिनों के उपचार के उपरांत मौत हो गई थी जिसको लेकर टीएमसी स्टाफ ने उसकी मौत को लेकर डाक्टर ऑन ड्यूटी की लापरवाही का आरोप लगाया है। नर्स के सहयोगियों तथा अन्य कर्मचारियों का आरोप है कि डाक्टरों को बार-बार बुलाने पर भी रोजी ठाकुर को देखने कोई भी डाक्टर नहीं आया तथा वह तड़फती रह गई तथा उसकी मौत हो गई। जिसको लेकर कर्मचारियों ने टांडा प्रशासन के खिलाफ गुस्सा पनप गया तथा उन्होंने 2 दिन हड़ताल कर दी थी तथा उन्होंने सरकार से किसी विभागीय अध्यक्ष से जांच न करवा कर किसी भी मजिस्ट्रेट जांच की मांग की थी। 

Jinesh Kumar