श्रावण अष्टमी मेलों में कड़े पहरे में होंगे मां ज्वाला के दर्शन, इन चीजों पर रहेगा प्रतिबंध

Wednesday, Jul 25, 2018 - 11:55 AM (IST)

ज्वालामुखी: प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वाला जी में आगामी महीने की 12 तारीख से शुरू होने वाले श्रावण नवरात्रों के पुख्ता प्रबंध के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता स्थानीय भाजपा विधायक रमेश धवाला व एस.डी.एम. राकेश शर्मा ने की। बैठक में मुख्य बिंदुओं पर गौर फरमाया गया। नवरात्र में ढोल नगाड़ों, लाउड स्पीकरों, नारियल आदि पर पूर्णतय: प्रतिबन्ध लगाया गया है। इसके अलावा धारा 144 भी मेलों के दौरान लगी रहेगी। 


शहर के ढाबों व प्राईवेट पार्किंगों में तय रेट सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं नवरात्रों के दौरान मंदिर कर्मचारी, पुजारी व सेवादारों को पहचान पत्र जरुरी किया गया है। इसके अलावा पूरे शहर को 7 सैक्टरों में बांटा जाएगा, जिसमें पुलिस कर्मी संदिग्ध पर पैनी नजर रखेंगे, साथ ही क्लोज सर्किट कैमरों से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी, जिसके लिए पुलिस कंट्रोल रुम भी बनाया जाएगा। नवरात्रों के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए विशेष प्लान तैयार किया गया। 


वहीं नवरात्रों में बम निरोधक दस्ते व डॉग स्कवायड भी दस दिनों तक मेलों के दौरान जगह-जगह तैनात रहेंगे। नवरात्र के दौरान पुलिस कर्मीयों की तैनाती भी की जाएगी, जिसमें पुलिस महिला आरक्षी, गृररक्षक जवान भी शामिल होगें। दूसरी और मंदिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निशुल्क लंगर व्यवस्था के साथ फलाहार की व्यवस्था भी की जाएगी, साथ ही धूप से बचने के लिए शामियाने भी लगाएंगें। लाईनों में सुविधाजनक दर्शनों के लिए विशेष व्यवस्था कि जाएगी। 


औषधी वितरण केंद्र होंगे स्थापित
नवरात्र में निशुल्क औषधी वितरण केंद्र भी स्थापित होंगे। मुंडन व कन्या पूजन, हवन के लिए पास दिए जाएगें और दर्शन सुविधा के प्रबंध किए जाएंगे। इसके अलावा मेला बैठक में स्वास्थय विभाग, मंदिर प्रशासन, नगर परिषद, पुलिस प्रशासन, आई.पी.एच., विद्युत विभाग के अधिकारियों को श्रावण अष्टमी मेलों के प्रंबधों बारे दिए गए निर्देशों को गंभीरता से अमलीजामा पहनाए जाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।


पेयजल स्त्रोंतो की होगी सफाई
मेला बैठक में कहा गया कि बरसात में नवरात्र से पूर्व समस्त पेयजल स्त्रोतों की सफाई व क्लोरिनयुक्त पीने के पानी की व्यवस्था श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों के लिए की जाएगी। इसके अलावा शहर में बिना अनुमति लगे लंगरों पर कार्रवाई की जाएगी, साथ ही लंगरों की सफाई चैकिंग के लिए टीमें गठित कर उनसे रोजाना रिपोर्ट ली जाएगी। 

Ekta