भगवान रघुनाथ ने जल विहार में किया स्नान, भक्तों का उमड़ा जनसैलाब

Saturday, Jun 23, 2018 - 07:44 PM (IST)

कुल्लू: घाटी के आराध्य देव भगवान रघुनाथ के मन्दिर में जल विहार उत्सव मनाया गया। इस मौके पर भगवान रघुनाथ की पूजा-अर्चना की गई व उसके बाद मन्दिर में दर्शनों के लिए आए सैंकड़ों भक्तों द्वारा भगवान रघुनाथ जी का भजन-कीर्तन करके गुणगान किया गया। इसके बाद भगवान रघुनाथ जी को परिवार सहित पालकी में विराजमान करके आयोजन स्थल तक ले जाया गया। इस मौके पर रघुनाथ जी के प्रथम सेवक महेश्वर सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। आयोजन स्थल पर मन्दिर के पुजारी भाटु द्वारा भगवान रघुनाथ, हनुमान, शालीग्राम और नरसिंह भगवान सहित सभी मूर्तियों को स्नान करवाने के बाद उनका शृंगार किया गया। उत्सव के समापन के बाद बच्चों ने आयोजन स्थल पर पानी के साथ अठखेलियां कीं।


जल विहार मुख्य उत्सवों में से एक
मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने कहा कि रघुनाथ मन्दिर में दशहरा, बसंत, अन्नकूट व वन विहार की तरह जल विहार उत्सव मनाए जाने वाले मुख्य उत्सवों में से एक है। भगवान रघुनाथ को जल विहार उत्सव के बाद उनके गर्भ गृह में विराजमान किया जाता है। निर्जला एकादशी के दिन भगवान रघुनाथ अपने मंदिर से बाहर निकलते हैं और भगवान रघुनाथ जल विहार में स्नान करते हैं। उस जल को लोग चरणामृत के तौर पर प्रयोग करते हैं और छोटे-बड़े इस तालाब में स्नान करते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज के दिन विशेष उपवास करती हैं, जिसमें वे पानी तक ग्रहण नहीं करतीं, जिससे भगवान रघुनाथ के प्रति गहरी आस्था होती है और भगवान रघुनाथ महिलाओं की मन्नत पूरी करते हैं।


दशहरे तक मंदिर के सामने रोज झूला झूलेंगे रघुनाथ
महेश्वर सिंह ने कहा कि कल से दशहरा उत्सव के लिए 4 माह रहते हैं। कल से रघुनाथ भगवान हर शाम को 4 माह तक मंदिर के सामने झूला झूलते हैं और भक्तों को दर्शन देते हैं।

Vijay