नाहन में निकली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, ‘राधे-राधे’ बोल पर खूब नाचे श्रद्धालु (Pics)

Sunday, Jul 07, 2019 - 10:25 PM (IST)

नाहन: रविवार को जब भगवान श्री जगन्नाथ जी भव्य रथ में सवार होकर निकले तो हजारों की तादाद में उमड़े श्रद्धालु झूमने लगे। रथ यात्रा से शहर भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालु राधे-राधे बोल पर खूब नाचे। विभिन्न स्थानों से आए श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचकर पुण्य कमाया। इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्राचीन मंदिर से भगवान बलभद्र के विग्रह को सिर पर उठाकर पालकी में रखकर शोभायात्रा में भाग लिया।

देवताओं का आशीर्वाद पाने को उमड़ा जनसैलाब

शोभायात्रा में भगवान श्री जगन्नाथ, बलभद्र और बहन सुभद्रा के विग्रह का आशीर्वाद पाने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। रथ यात्रा में मधुवन आश्रम ऋ षिकेश देहरादून और वृंदावन से आए प्रेमियों ने भाग लिया। इस मौके पर मधु बिंदल, भगवान जगन्नाथ यात्रा मंडल अध्यक्ष प्रकाश बंसल, मुनीष गर्ग, पीयूष गर्ग, सतीश गर्ग, कीर्ति शर्मा, योगेश जैन व राकेश गर्ग सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे। यात्रा के दौरान शहर में जगह-जगह धार्मिक  व सामाजिक संस्थाओं ने जल-पान का आयोजन किया। पुलिस ने यात्रा में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए थे।

अंजुमन इस्लामिया ने किया रथ यात्रा का स्वागत

जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय ने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल देते हुए जगन्नाथ रथ यात्रा का स्वागत किया।नाहन की ऑल इंडिया मुस्लिम वैल्फेयर सोसायटी के अध्यक्ष हाजी याकूब बेग, नसीम दीदान, अनवर खान, सौकत अली, मोहम्मद फुरकान, वसीम, हाजी बुंदू खान, हाजी अजमत अली व लतीफ  सहित दर्जनों मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रथ यात्रा का स्वागत किया और फूल मालाएं पहनाईं। हाजी याकूब बेग ने कहा कि नाहन शहर धार्मिक सद्भावना एवं आपसी भाईचारे के लिए विश्व में एक विशेष स्थान रखता है।

400 वर्ष पूर्व संत बनवारी दास ने की थी श्री जगन्नाथ मंदिर की स्थापना

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने बताया कि लगभग 400 वर्ष पूर्व संत बनवारी दास द्वारा भगवान जगन्नाथ मंदिर की स्थापना और महान संतों द्वारा की गई माता काली की स्थापना के उपरांत ही नाहन शहर अस्तित्व में आया था। इसका साम्राज्य हरिद्वार और कालका तक बढ़ता चला गया। इस प्राचीन मंदिर में लोगों की अगाध आस्था व श्रद्धा जुड़ी हुई है और हर वर्ष भगवान जगन्नाथ की यात्रा में रथ को खींचना अपना सौभाग्य मानते हैं। विश्वास है कि भगवान जगन्नाथ के रथ की रस्सी खींचने से सभी पापों का नाश होता है।

Vijay