लांग रूट की बसों में यात्रियों को चुकाना पड़ रहा दोगुना किराया

Monday, Nov 20, 2017 - 10:30 AM (IST)

शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम की लांग रूट पर चलने वाली बसों में यात्रियों को अतिरिक्त किराया चुकाना पड़ रहा है। आलम यह है कि निगम टिकटिंग मशीनों में दर्जनों बड़े शहरों को शामिल नहीं किया गया है, ऐसे में जब यात्री निगम की बसों में सफर करते हैं तो उन्हें अतिरिक्त किराया चुकाना पड़ता है। ऐसा एक या दो बसों में नहीं बल्कि निगम की दर्जनों बसों के रूटों में इस तरह के मामले सामने आते हैं। 


यात्रियों पर किराए का पड़ रहा अतिरिक्त बोझ
निगम की धर्मशाला से शिमला एवं मनाली व चंबा से शिमला चलने वाली दर्जनों सुपर फास्ट एवं नॉन स्टॉप बसों के रूटों में बड़े शहरों का नाम शामिल नहीं है। इसमें कुछ बसों में तो नजदीक घणाहट्टी को शामिल नहीं किया गया है जबकि कुछ नॉन स्टॉप बसों की टिकटिंग मशीन में टुटू शहर को ही शामिल नहीं किया गया है, ऐसे में इन बसों में टुटू शहर में उतरने वाले यात्रियों को शिमला आई.एस.बी.टी. तक का किराया चुकाना पड़ता है। ऐसे में यात्रियों पर किराए का भी अतिरिक्त बोझ पड़ता है। इसी तरह चंबा के भी दर्जनों बड़े स्टेशनों को टिकट मशीन में शामिल नहीं किया गया है। 


निगम में टिकट काटने वाली मशीन में स्टेशनों को किया अपलोड 
हालात यह हैं कि प्रत्येक डिपो स्तर पर अपनी मर्जी से निगम में टिकट काटने वाली मशीन में स्टेशनों को अपलोड किया जाता है, ऐसे में लांग रूट की बसों में अपनी मर्जी के अनुसार डिपो स्तर पर स्टेशन तय किए जाते हैं और इसका खमियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ता है। यात्रियों का कहना है कि बस चाहे सुफर फास्ट हो या फिर नॉन स्टॉप हो सभी बड़े शहरों या स्टेशनों को टिकट मशीन में शामिल किया जाना चाहिए ताकि लोगों पर अतिरिक्त किराए का बोझ न पड़े।