सुविधाओं से वंचित ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का लिया फैसला

Tuesday, May 14, 2019 - 01:00 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप ठाकुर): कुल्लू जिला की मणिकर्ण घाटी के पीणी तलपीणी पंचायत के ग्रामीणो ने बैठक कर लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। दोनों पंचायत के ग्रामीणों ने इस सबंध में डीसी कुल्लू यूनुस को ज्ञापन देकर लोकसभा चुनावों का बहिष्कार का ज्ञापन दिया। जिसमें जनता ने आरोप लगया कि पीणी व तलपीणी पंचायत की जनता ने शारनी-पीणी सड़क में जनता को गुमराह किए जाने पर अब कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है। 6 साल पहले शुरू किए शारनी-पीणी सड़क का अभी भी अधूरा पड़ा है। कछुआ गति से चल रहे काम से तंग आकर अब यहां की जनता ने तय किया है कि अगर यही क्रम चलता रहा तो आने वाले लोकसभा चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। जनता भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट नहीं करेगी।

शारनी-पीणी सड़क को लेकर 6 बार सर्वे किया गया। जब भी लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव नजदीक होते थे। तभी सर्वे होते थे। लेकिन छह साल पहले सड़क का काम शुरू होने के बाद यह आश्वासन दिया गया था कि तीन सालों में 16 किलोमीटर सड़क बनकर तैयार हो जाएगी। लेकिन जिस गति से काम हो रहा है। उससे सड़क को तैयार होने में अभी कई साल लगेंगे। कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्य से तंग होकर अब ग्रामीणों ने तय किया है कि अगर सड़क के कार्य में तेजी नहीं जाती है तो जनता भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों को मतदान न कर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी।

हेम राज पंचायत प्रधान पीणी पंचायत पीणी तलपीणी पंचायत के ग्रामीण उपायुक्त से मिले और उन्होंने कहा कि इससे पहले भी डीसी को ज्ञापन दिया था और लोकनिमार्ण विभग से भी कई बार रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पीणी तलपीणी सड़क का भूमि पूजन 2013 में मिया गया था। उन्होंने कहा कि 7 साल में धीमी गति से कार्य चल रहा हैं उन्होने कहा कि वहां की हालत आज भी शिक्षा के क्षेत्र के बूरे हाल हैं, उन्होंने कहा कि सड़क के बिना कोई भी कार्य करना असंभव हैं।उनका कहना हैं कि गावं के लोगों क कहना है कि सब्जी मडी में सब्जी समय पर नहीं पहुंच पाती हैं और बिमार मरिजों को भी उठाकर लाना पड़ता हैं और यहां के लोगों की आर्थिक स्थिती और कमजोर होती जा रही है और वहां के लोग लोक सभा के चुनाव का बहिष्कार कर रहें हैं मोहन लाल ने बताया कि पीणी तलपीणी दो पंचायते पिछड़ी हुई पंचायत हैं।

उन्होंने कहा कि सविधान के अर्तगत सव को मत देने का अधिकार मिला हुआ हैं और हम पीणी तलपीणी के लोग मतदान का बहिष्कार कर रहें हैं, उन्होंने कहा कि ये मात्र हमारा अधिकार नहीं हैं, ये एक कर्तव्य हैं, नैतिक कत्वर्य भी हैं, इसके वावजूद भारत के नागरिक होने के नाते हम इसका विरोध क्यों कर रहें हैं, उन्होंने कहा कि सरकार की भी तमाम जिम्मेवारी हैं, और सरकार देश की एक-एक नागरिक से वनाती हैं, सरकार को और देश के लोकतंत्र को प्रत्येक नागरिक की अहमियत है,उन्होने कहा कि अगर वो हमारी रक्षा नहीं कर पाते हैं, उन्होंने कहा कि सड़क मानव की रीढ़ की हड्डी हैं जिसके कारण सुविधा को पुरा किया जा सकता हैं उनका कहना हैं कि सड़क के बिना शिक्षक भी यहां आने को कोई तैयार नहीं हैं, साथ ही कहा कि इसके अलावा रोजमरा की चीजें भी हमें महंगे दामों पर उपलब हो रही हैं इसका एक ही कारण हैं कि सड़क सुविधा का न होना।उन्होंने कहा कि अगर सरकार सड़क का कार्य नहीं कर रही हैं तो हम भी मत का प्रयोग नहीं करेगें।

kirti