लॉकअप हत्याकांड : CBI ने पूर्व SP के खिलाफ तैयार की चार्जशीट

Friday, Feb 09, 2018 - 11:27 PM (IST)

शिमला: बहुचर्चित गुड़िया प्रकरण से जुड़े पुलिस लॉकअप हत्याकांड में केंद्रीय जांच एजैंसी सी.बी.आई. ने जिला शिमला के पूर्व एस.पी. रहे डी.डब्ल्यू. नेगी के खिलाफ आरोप पत्र (चार्जशीट) तैयार कर लिया है, ऐसे में अब जल्द ही जांच एजैंसी इसे अदालत में पेश कर देगी। सी.बी.आई. ने बीते 16 नवम्बर को नेगी को गिरफ्तार किया था, ऐसे में नियमानुसार 90 दिन के भीतर जांच एजैंसी को उनके खिलाफ अदालत में चालान पेश करना जरूरी है। इसी कड़ी में जांच एजैंसी ने आरोप पत्र को अंतिम रूप दे दिया है। 

सबूतों से छेड़छाड़ करने, तथ्यों को छुपाने और षड्यंत्र रचने का आरोप
सूत्रों के अनुसार पूर्व एस.पी. नेगी पर झूठी एफ.आई.आर. बनाने, सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने, तथ्यों को छुपाने तथा पकड़े गए एक कथित आरोपी राजू के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप है। सूत्रों के अनुसार सी.बी.आई. ने अपनी चार्जशीट में कुछ लोगों को गवाह भी बनाया है। इनमें पुलिस विभाग के कुछ अधिकारी व कर्मी भी शामिल बताए गए हैं। कोटखाई में छात्रा के साथ हुई दरिंदगी व मर्डर के दौरान नेगी शिमला में एस.पी. थे। इस मामले में गिरफ्तार एक आरोपी सूरज की कोटखाई थाने में हत्या के दौरान भी वह शिमला एस.पी. थे। 

पुलिस टॉर्चर हत्या की वजह
सी.बी.आई. जांच में सामने आया है कि सूरज की हत्या पुलिस टॉर्चर की वजह से हुई थी लेकिन पुलिस ने उसके साथी राजू पर केस बनाया। सी.बी.आई. जांच में यह भी सामने आया है कि सूरज की मौत होने पर तत्कालीन डी.एस.पी. ठियोग मनोज जोशी शिमला आए थे, जहां उन्होंने पहले एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी के घर जाकर उनको इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद दोनों अधिकारी तत्कालीन आई.जी. जहूर जैदी के पास गए। वर्तमान में नेगी न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं।