डा. राजीव भारद्वाज ने कहा- ऋण आवंटन में खामियों की होगी जांच

Friday, Jan 04, 2019 - 06:21 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): कांगड़ा बैंक के चेयरमैन डा. राजीव भारद्वाज ने कहा है कि यदि ऋण देते समय सिक्योरिटी सहित अन्य दस्तावेजी औपचारिकताओं में कोई खामी पाई गई तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पंजाब केसरी टी.वी. के साथ बातचीत करते हुए बैंक के चेयरमैन ने कहा कि कांगड़ा बैंक की खराब स्थिति उन्हें विरासत में मिली है। अब तमाम चीजों को सही किया जा रहा है और बैंक को पटरी पर लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने कांगड़ा बैंक में हुई अनियमितताओं की विजीलैंस जांच चली हुई है और जरूरी हुआ तो कई और तथ्यों को लेकर भी जांच के आदेश दिए जाएंगे। जिन भी अधिकारियों की इसमें गलती पाई जाएगी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने माना कि एन.पी.ए. की स्थिति निश्चित रूप से खराब है। हालांकि यह ग्लोबल समस्या है। कांगड़ा बैंक में एन.पी.ए. जैसी समस्या से निजात पाने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने जो कांगड़ा बैंक में नियुक्तियों को रद्द किया है उनमें एक कारण एन.पी.ए. का भी हो सकता है। न्यायालय के फैसले का वह सम्मान करते हैं लेकिन शीघ्र ही एन.पी.ए. की समस्या से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ लिया जाएगा। मेहनत और लग्न के साथ सारा प्रबंधक काम कर रहे हैं। निर्णय हुआ है कि मिलकर इस समस्या का हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों में भी एन.पी.ए. की समस्या है लेकिन कांगड़ा बैंक इससे पल्ला नहीं झाड़ सकता है। हालांकि सब कुछ विरासत में मिला है परन्तु इसका हल करना काफी अनिवार्य है।

उनहोंने माना कि जिला ऊना में बैड लोन के रूप में एन.पी.ए. 30 फीसदी को पार कर गया है। यह समस्या विरासत में ही हासिल हुई है। किस प्रकार बड़े लोन को रिकवर किया जा सके इसके लिए जोन स्तर पर बैठकें चली हैं। ऊना में 2 जोन की बैठक के दौरान 3 घंटे तक मंथन किया गया है। प्रयास किया जाएगा कि बैंक को फिर से पटरी पर लाया जा सके। कांगड़ा बैंक के चेयरमैन ने कहा कि उन्हें डेढ़ महीना पहले ही बैंक का दायित्व मिला है। वह चीजों को समझ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती व पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार एवं प्रो. धूमल सहित संगठन मंत्री पवन राणा का उन पर भरोसा जताए जाने के लिए भी आभार जताया है।

kirti