लाइफ लाइन कहलाने वाली नैरोगेज रेल पर्यटकों के लिए फिर हुई तैयार

Wednesday, Feb 01, 2017 - 01:35 PM (IST)

हरिपुर: कांगड़ा घाटी के लोगों की लाइफ लाइन कहलाने वाली नैरोगेज रेलगाड़ियां अब गुलेर से आगे जोगिंद्रनगर तक का सफर तय कर रही हैं, जिससे लोगों को अब बड़ी राहत मिली है। रेलगाड़ियां मंगलवार से पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक आने-जाने लगी हैं। कांगड़ा घाटी नैरोगेज रेलमार्ग पर गुलेर व ज्वालामुखी रोड के बीच पड़ते लुनसू रेलवे स्टेशन के निकट रेल लाइन पर गत करीब 4-5 दिन पूर्व गिरे ल्हासे के कारण बंद हुए रेलमार्ग पर ल्हासा हटाकर रेलगाड़ियों के लिए सुचारू कर दिया गया है, जिससे रेल सेवा सामान्य हो गई है। ल्हासा गिरने के कारण जहां एक तरफ रेलगाड़ियों के पठानकोट से गुलेर तक ही आने पर पर्यटक परेशान थे, वहीं रोजमर्रा के यात्री भी परेशानी का सामना कर रहे थे।


ल्हासा गिरने से रेल मार्ग 2 हिस्सों में बंटा
गौरतलब है कि इस रेलमार्ग को पर्यटन की दृष्टि से महत्ता के साथ लोगों के लिए सस्ते व आरामदेयी सफर के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें कुछ ऐसे क्षेत्रों के लोग भी सफर कर पाते हैं, जिनके गांवों के लिए बस सुविधा या तो नाममात्र है या तो नहीं है। स्मरणीय है कि उपरोक्त रेलमार्ग पर लुनसू नामक स्टेशन के समीप कुछ दिन पूर्व एक ल्हासा गिर गया था, जिससे रेल मार्ग 2 हिस्सों में बंट गया था तथा आवाजाही गुलेर से ज्वालामुखी रोड तक अवरुद्ध हो गई थी क्योंकि रेलगाड़ियां पठानकोट से गुलेर व ज्वालामुखी रोड से जोगिंद्रनगर के बीच चल रही थीं। विभाग द्वारा लोगों की सुविधा के ध्यानार्थ रेल मार्ग पर गिरे ल्हासों को हटाकर गाड़ियों के लिए मंगलवार को बहाल कर दिया गया है, जिससे रेल सेवा सुचारू हो गई है। इससे रेल यात्रियों ने राहत की सांस ली है।