जीवनरक्षक दवाइयां हुईं महंगी, दिल, दर्द निवारक व एंटीबायोटिक सहित 800 दवाओं के बढ़े दाम

Tuesday, Apr 02, 2024 - 10:15 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): जीवन रक्षक दवाओं को खरीदने के लिए अब जेब और ढीली करनी पड़ेगी। एक अप्रैल से दवाओं के दाम बढ़ गए हैं। दिल, दर्द निवारक व एंटीबायोटिक सहित 800 दवाओं के दामों में वृद्धि हुई है। बढ़ती महंगाई को देखते हुए फार्मा इंडस्ट्री दवाओं की कीमत बढ़ाए जाने की मांग कर रही थी। इस पर सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) में वार्षिक परिवर्तन के अनुरूप 0.0055 प्रतिशत की वृद्धि की अनुमति दी थी। हालांकि यह वृद्धि पिछले 2 वर्षों की तुलना में कम है। वर्ष 2023 में जहां 12 फीसदी, वहीं वर्ष 2022 में दवाओं की कीमतों में 10 फीसदी की वृद्धि हुई थी। समायोजित कीमतों में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में शामिल 800 से अधिक दवाएं शामिल हैं। अनुसूचित दवाओं के मूल्य परिवर्तन की अनुमति वर्ष में एक बार दी जाती है। इस लिस्ट में कैंसर, हार्ट, एंटीबायोटिक व दर्द निवारक सहित सभी जीवन रक्षक दवाओं को शामिल गया है। इन दवाओं की कीमत सरकार के कंट्रोल में होती है। कंपनियां एक साल में सिर्फ 10 प्रतिशत ही दाम बढ़ा सकती हैं। 

इन दवाइयों के बढ़ेंगे रेट
आवश्यक दवाओं की लिस्ट में पैरासिटामोल, एजिथ्रोमाइसिन, एंटीबायोटिक्स, अनीमिया-विरोधी दवाएं, विटामिन, हार्ट व कैंसर इत्यादि की दवाएं शामिल हैं। मध्यम से गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली कुछ दवाएं और स्टेरॉयड भी लिस्ट में हैं। पिछले कुछ वर्षों में कुछ प्रमुख फार्मास्यूटिकल सामग्रियों की कीमतें 15 प्रतिशत से 130 प्रतिशत के बीच बढ़ी हैं, जिसमें पैरासिटामोल की कीमत 130 प्रतिशत और एक्सीसिएंट्स की कीमत 18-262 प्रतिशत बढ़ी है। ग्लिसरीन और प्रोपलीन ग्लाइकोल 263 प्रतिशत, सिरप सहित सॉल्वैंट्स 83 प्रतिशत महंगे हो गए हैं। इंटरमीडिएट्स की कीमतें भी 11  से 175 प्रतिशत के बीच में बढ़ी हैं। पेनिसिलिन जी 175 प्रतिशत महंगा हो गया है। यही वजह है कि दवाओं की कीमतों को बढ़ाया जा रहा है।
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Content Writer

Vijay