जान खतरे में डाल पार करना पड़ता है यह नाला, 3 साल पहले बाढ़ में बही थी पुली

Tuesday, Aug 07, 2018 - 03:14 PM (IST)

तीसा: चुराह की ग्राम पंचायत खजुआ के लोगों को बाड़ा नाला पार करना मुश्किल हो गया है। बाड़ा में कोई स्थाई पुल न होने के कारण लोगों को जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ रहा है। 3 वर्ष पूर्व नाले में बनी पुली बाढ़ आने से बह गई है, जिसके बाद नाले में नए पुल का निर्माण नहीं हो पाया। लोग हर वर्ष इस नाले पर अस्थायी पुल बनाते हैं लेकिन पानी का जलस्तर बढ़ने से यह बह जाती है। ग्राम पंचायत खजुआ की करीब 2,500 आबादी है जो इस पुल पर निर्भर है। 

पंचायत के कुंडोडी, करातोट, बिहाली, चालोई, नायला, लाजणा, बिलवास व इसके अलावा कई गांव प्रभावित हो रहे हैं। लोगों को अगर जरूरी काम के लिए जिला मुख्यालय जाना हो तो इसी नाले पर बिजली के खंभों के माध्यम से बनाई गई कच्ची पुली को पार करना पड़ता है। जो कि लोगों को नाला पार करने का एकमात्र साधन है। इन दिनों तो यह नाला पूरे उफान पर है। स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को भी इसी पुली को पार करना पड़ता है। बरसात के मौसम में इन बिजली के पुराने खंभों पर फिसलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

क्या कहते हैं लोग
पंचायत के पूर्व प्रधान रशीद मुहम्मद, खेमराज, जन्म सिंह, चुहड़ू राम, त्रिलोचन, हरिओम, भूरी सिंह, मान सिंह, किशन कुमार, नरसिंह, जगदीश, आशिक अली, चमन कुमार, अशोक कुमार, राजीव कुमार, केवल सिंह व मनोज कुमार का कहना है कि इस नाले में हर बार बारिश के दौरान पुली के बह जाने पर फिर से लोगों को अपने स्तर पर अस्थायी पुली का जुगाड़ करना पड़ता है। पूरी पंचायत प्रोजैक्ट प्रभावित क्षेत्र में आती है। बावजूद इसके इस प्रकार से लोगों को अपनी जान जोखिम में डालने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। प्रशासन से कई बार स्थायी पुल बनाने की मांग की जा चुकी है लेकिन अभी तक आश्वासनों के अलावा कुछ और हासिल नहीं हुआ है।

Ekta