हादसों व पुलिस की कार्रवाई से भी नहीं ले रहे सबक

Sunday, Nov 22, 2020 - 11:31 AM (IST)

इंदौरा (अजीज खादिम) : प्रदेश भर में दिन प्रतिदिन दुर्घटनाओं में हो रहा इजाफा इस बात का प्रमाण है कि लोग हादसों से सबक नहीं ले रहे। काल तो पहले से ही जैसे इस ताक में हो कि कब कोई चूके और वह उसे अपना ग्रास बनाए। प्रदेश के सभी पुलिस थानों में लोगों की लापरवाही के विरुद्ध मामले दर्ज हो रहे हैं। बावजूद इसके सड़कों पर घात लगाए बैठी दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। पुरुष तो पुरुष यहां महिलाएं भी यातायात नियमों का उल्लंघन करने में पीछे नहीं। बात जिला कांगड़ा के आंकड़ों की करें तो गत पूरे वर्ष में 497 सड़क दुर्घटनाओं में 155 लोगों की मृत्यु हुई जबकि 830 घायल हुए।

वहीं इस साल कोरोना काल में लॉक डाउन के बावजूद भी 31 अक्तूबर तक 295 सड़क दुर्घटनाओं में 95 लोगों की मृत्यु व 361 लोग घायल हुए हैं जिनमें से कई लोग अपाहिज भी हो गए। पुलिस थानों की बात करें तो सर्वाधिक दुर्घटनाएं नूरपुर, धर्मशाला व नगरोटा बगवां पुलिस थानों के अंतर्गत हुईं। जहां नूरपुर में गत वर्ष 57 दुर्घटनाओं में 23 लोग काल का ग्रास बने व 109 घायल हुए थे। वहीं इस वर्ष भी नूरपुर में कोई सुधार देखने को नहीं मिला और अक्तूबर माहांत तक यहां सर्वाधिक 35 दुर्घटनाओं में 15 लोगों की मौत व 31 घायल हुए हैं। जबकि नगरोटा बगवां में 30 दुर्घटनाएं हुई हैं जिनमें 10 लोगों की मौत व 33 घायल हुए। दुर्घटनाओं से सबसे अधिक नगरोटा बगवां व डमटाल थाना के अंतर्गत नूरपुर के बाद सर्वाधिक 10-10 लोग मारे गए, जो जिला में किसी भी पुलिस थाना के अंतर्गत हुई दुर्घटनाओं में मृत्यु का सर्वाधिक हैं। बात इंदौरा की करें तो यहां अब तक हुई 8 सड़क दुर्घटनाओं में 3 की मौत और 8 लोग घायल हुए हैं।

1.79 करोड़ रुपए जुर्माना वसूला

वहीं लोग यातायात नियमों का पालन करें, इस बात को सुनिश्चित बनाने के लिए पुलिस चालान भी करती है लेकिन पुलिस द्वारा किए गए चालान को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है जैसे लोगों को चालान की भी कोई परवाह नहीं। पुलिस ने इस वर्ष 31 अक्तूबर तक 1 लाख 10 हजार 480 लोगों के चालान काट कर कुल 1 करोड़ 79 लाख 89 हजार 100 रुपए नकद जुर्माना वसूल करने के साथ-साथ 14414 वाहनों को मौका पर चालान न भुगतने व पर्याप्त दस्तावेजों के अभाव में कोर्ट में मामला प्रेषित किया है। बावजूद इसके लोगों द्वारा यातायात नियमों की अवहेलना का क्रम जारी है।
 

prashant sharma