इंडियन टैक्नोमैक कंपनी घोटाले की खुलने लगी परतें, जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य

Sunday, Sep 30, 2018 - 08:39 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल में करोड़ोंरुपए के घोटाले को अंजाम देने वाली इंडियन टैक्नोमैक कंपनी की परतें खुलने लगी हैं। सी.आई.डी. छानबीन में घोटाले से जुड़े कई चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं, ऐसे में जांच एजैंसी सभी तथ्यों को गंभीरता से खंगालते हुए छानबीन को आगे बढ़ा रही है। इस मामले में अब तक करीब 5 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं जबकि कई लोग सी.बी.आई. के जांच दायरे में चल रहे हैं। इनमें कुछ सरकारी मुलाजिम भी शामिल बताए जा रहे हैं, ऐसे में जांच एजैंसी पुख्ता साक्ष्य मिलते ही संबंधित लोगों पर अपना शिकंजा कस सकती है।

दिल्ली स्थित कार्यालय से कब्जे में लिए दस्तावेज
सामने आया है कि फर्जी बिलों और दस्तावेजों के आधार पर कंपनी ने करोड़ों रु पए के घोटाले को अंजाम दे डाला। सी.आई.डी. ने कंपनी के दिल्ली स्थित कार्यालय से भी कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। इस मामले में जांच एजैंसी को फोरैंसिक लैब से भी रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। सूत्रों की मानें तो वर्ष 2014 में कर चोरी का मामला सामने आने के बाद से टैक्नोमैक कंपनी के प्रबंधन से जुड़े कुछ अधिकारी फरार चल रहे हैं, ऐसे में जांच टीम जगह-जगह उनकी तलाश कर रही, ताकि जल्द पूरे घोटाले की परतें उधेड़ी जा सकें। मामले की जांच के अंतर्गत कुछ बैंकों से भी रिकार्ड लिया गया है ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर किस तरह कंपनी करोड़ों रु पए को कर्ज लेने में कामयाब हुई।

कंपनियों की जुटाई जा रही जानकारी
सी.आई.डी. को छानबीन के दौरान कई कंपनियों के फर्जी बिल और दस्तावेज हाथ लगे हैं, ऐसे में संबधित कंपनियों के बारे में भी जानकारियां जुटाई जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं उनकी भी उक्त  घोटाले से कोई संलिप्ता तो नहीं है। जांच के दौरान जो दस्तावेज मिले हैं, उनमें अधिकतर फर्जी पाए गए हैं।

फैक्टरी के अंदर ही कई सबूत कर डाले नष्ट
भगौड़ा इंडियन टैक्नोमैक कंपनी के घोटाले की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कंपनी के कर्ता-धर्ताओं ने कई सबूतों को फैक्टरी के अंदर ही नष्ट करने की कोशिश की है। इसके साथ ही कंपनी कई सालों तक फर्जीवाड़ा करती रही जबकि सरकारी महकमों को इसकी भनक तक नहीं लगी। कंपनी से बैंकों से करोड़ों का लोन फर्जी उत्पादन के सहारे ही लिया गया। कंपनी ने टैक्स भी नहीं चुकाया। सी.आई.डी. ने कंपनी के घोटाले को लेकर 2 मामले दर्ज किए हैं।

 

Vijay