वकीलों ने उखाड़ा टैक्सी स्टैंड बूथ तो आग बबूला हुए ड्राइवर

Tuesday, Apr 25, 2017 - 04:12 PM (IST)

चंबा: डी.सी.चंबा के समक्ष जिला बार एसोसिएशन के सदस्य अधिवक्ताओं ने धरना-प्रदर्शन करते हुए तहसील कार्यालय जिला के समक्ष बनाए जा रहे टैक्सी स्टैंड बूथ को उखाड़ फैंका। अधिवक्ताओं का कहना था कि अदालत परिसर के दायरे व इसके साथ लगते 100 मीटर में किसी प्रकार के बूथ का निर्माण वे हरगिज नहीं होने देंगे। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मदन रावत व पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष जय सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन या अन्य किसी भी संस्था ने ऐसे किसी कार्य को अंजाम देने का प्रयास किया तो उसे हरगिज सहन नहीं किया जाएगा।


एल्युमीनियम फ्रेम से बुकिंग बूथ का निर्माण कार्य करते देख आग बबूला हुए वकील
सोमवार की सुबह यह मामला उस समय गरमाया जब तहसील कार्यालय चंबा के ठीक सामने टैक्सी यूनियन के लिए एल्युमीनियम फ्रेम से बुकिंग बूथ का निर्माण कार्य किया जा रहा था। जैसे ही अधिवक्ताओं की इस पर नजर पड़ी तो वे आग बबूला हो गए। देखते ही देखते अधिवक्ताओं की भीड़ इकट्ठी हो गई। जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ तो अधिवक्ताओं ने डी.सी. कार्यालय परिसर को जाने वाले मार्ग को रोककर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ऐसी स्थिति पैदा हो गई कि ए.डी.एम. शुभकरण सिंहअपनी गाड़ी से बाहर उतर कर गुस्साए अधिवक्ताओं को समझाने का प्रयास किया। बात नहीं बनी बल्कि माहौल और गरमा गया और ए.डी.एम. चंबा शुभकरण सिंह के समझाने व रोकने के बावजूद अधिवक्ताओं ने उक्त बूथ को उखाड़ कर फैंक दिया। 


टैक्सी चालकों ने भी माहौल की स्थिति को भांपते हुए कौंसिल के खिलाफ की नारेबाजी 
कुछ देर बाद जब डी.सी. चंबा की गाड़ी आई तो अधिवक्ताओं ने उक्त गाड़ी को रोक लिया। करीब 2 घंटों तक अधिवक्ताओं व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच खूब गहमागहमी का माहौल बना रहा। मौके पर मौजूद टैक्सी चालकों ने भी माहौल की स्थिति को भांपते हुए डी.सी. चंबा के पक्ष में तो बार कौंसिल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है। टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष संजय महाजन ने कहा कि वर्षों से टैक्सी यूनियन की बूथ की सुविधा मुहैया करवाने की मांग चली आ रही थी, जिसके प्रति डी.सी. ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के बाद उन्हें इस स्थान पर बूथ बनाने की अनुमति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि टैक्सी चालकों की सुरक्षा को नजरअंदाज करते हुए अधिवक्ताओं ने जो कार्रवाई की है, वह निंदनीय है। नाराज अधिवक्ताओं को डी.सी. सुदेश मोख्टा ने अपने कार्यालय बुलाकर उनके साथ बैठकर उन्हें यह भरोसा दिलाया कि उनकी भावनाओं को ध्यान में रखा जाएगा। ऐसे में गरमाया माहौल पूरी तरह से शांत हो गया।