लश्कर के खतरनाक आतंकी ने हिमाचल में यहां ली थी पनाह

Friday, Jan 12, 2018 - 11:12 PM (IST)

कुल्लू: खतरनाक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शेख अब्दुल नईम ने रैकी के दौरान कुल्लू के कसोल में टैंट में रातें बिताईं। दिन के समय रैकी की और रहने के लिए उसने कैंपिंग करवाने वालों के यहां टैंट को बेहतर जगह के तौर पर चुना। ए.टी.एस. और एन.आई.ए. ने बीते दिसम्बर माह में उत्तर प्रदेश में शेख अब्दुल नईम को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आतंकी नईम ने खुलासा किया था कि वे जगहें आतंकी संगठन लश्कर के निशाने पर हैं, जहां-जहां इसराईली रह रहे हैं। कसोल में भी नईम ने रैकी करने की बात कबूली थी वहीं धर्मशाला में भी आतंकी ने रैकी की। 

लश्कर के निशाने पर है इसराईली सैलानियों का भवन
कसोल में ब्यास नदी के किनारे एक भवन है, जहां घाटी में रह रहे इसराईली सैलानी आते-जाते रहते हैं। इसराईल की परम्पराओं व धर्म के अनुसार भी इसराईली सैलानी यहां आयोजनों में हिस्सा लेते हैं। इसी कारण यह जगह खतरनाक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के निशाने पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बीते वर्ष इसराईल का दौरा किया और इसराईल की टॉप से लेकर निचले स्तर तक की तमाम सियासी हस्तियां मोदी के स्वागत को एयरपोर्ट पहुंचीं। यह बात भी पाक और आतंकी संगठनों को अखरती रही। इसी वजह से आतंकी संगठन ने हिंदुस्तान में इसराईली ठिकानों को निशाना बनाने के नापाक मंसूबे पाले।

कैंपिंग साइट में नहीं मांगा गया पहचान पत्र 
बताया जा रहा है कि आतंकी शेख अब्दुल नईम जिस व्यक्ति की कैंपिंग साइट पर टैंट में रहा, उसने न तो रहते समय उससे कोई पहचान पत्र मांगा और न ही कोई अन्य दस्तावेज रिकार्ड के तौर पर रखा। आतंकी की मौजूदगी की सी.सी.टी.वी. फुटेज भी नहीं है। पता चला है कि पुलिस ने जब छानबीन के दौरान कैंपिंग साइट चलाने वाले को आतंकी का फोटो दिखाया तो उसने कबूल किया कि यह व्यक्ति उसके यहां टैंट में रहा था। दिन के समय वह कसोल में घूमता था और रात को ठहरने के लिए टैंट में आता था। 

सस्ते पड़ते हैं टैंट
कंैपिंग साइट पर टैंट आदि का काम करने वालों के पास सस्ते के चक्कर में कई सैलानी आते हैं। कई बार टैंटों में एक साथ 3-4 लोग रहते हैं। जिसके प्रत्येक को 100 या 150 रुपए अदा करने पड़ते हैं। आतंकी शेख अब्दुल नईम ने भी रहने के लिए टैंट को ही चुना। इससे एक तो उसे रहने को सुरक्षित ठिकाना मिला और रैकी का काम भी आसानी से हुआ, साथ ही कोई पहचान पत्र दिखाने की भी जरूरत नहीं पड़ी और तीसरी आंख से भी बचता रहा। इससे पहले आई.एस.आई.एस. आतंकी आबिद खान भी कुल्लू के बंजार में एक चर्च में कई महीने रहा था, बाद में उसे बंजार से गिरफ्तार किया गया था।

एस.पी. कुल्लू ने दिए ये निर्देश
एस.पी. कुल्लू शालिनी अग्निाहोत्री ने बताया कि जांच में पाया गया है कि आतंकी शेख अब्दुल नईम कसोल में एक टैंट में रहा था। पुलिस ने सभी होटल, गैस्ट हाऊस, होम स्टे और कैंपिंग साइट चलाने वालों को निर्देश दिए हैं कि ठहरने के लिए जो भी आए, उसकी पहचान से जुड़ा कोई न कोई दस्तावेज रिकार्ड के रूप में जरूर रखें।