भारी बारिश से दरकी पहाड़ी, प्रशासन ने खाली करवाया गांव

Wednesday, Jun 21, 2017 - 11:46 PM (IST)

धर्मशाला: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत लगते धारकंडी क्षेत्र में बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण पहाडिय़ों से मलबा गिरने से लाहड़ी गांव के करीब 25 घरों के लिए खतरा पैदा हो गया है। बुधवार को हुई बारिश के कारण पहाडिय़ों से गिरे मलबे के कारण लाहड़ी गांव में 2 पशुशालाएं ध्वस्त हो गई हैं। जानकारी के अनुसार लाहड़ी गांव में पहाडिय़ों से गिरने वाले मलबे से कोई जानी नुक्सान तो नहीं हुआ है लेकिन 2 पशुशालाएं ध्वस्त होने की सूचना मिलते ही प्रशासन द्वारा मौके पर पहुंचकर कुछ घरों को खाली करवाकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। राजस्व विभाग के कानूनगो तथा पटवारी मौके पर हैं। गांव में गिरे मलबे को हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग के कर्मी भी राहत कार्य में लगे हुए हैं तथा जे.सी.बी. से मलबा हटाया जा रहा है।

पिछले वर्ष भी हुआ था ऐसा हादसा
बता दें कि पिछले वर्ष भी इसी जगह पर भू-स्खलन के कारण गांववासियों को भारी नुक्सान झेलना पड़ा था। हालांकि लाहड़ी में हुए भू-स्खलन से गांववासियों को होने वाले नुक्सान को मद्देनजर रखते हुए 3 नेताओं ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था लेकिन 1 साल बीत जाने पर भी लाहड़ी गांव के लोगों को राहत प्रदान नहीं हो पाई है। हैरानी वाली बात यह है कि 1 वर्ष पहले भी भू-स्खलन होने पर लोगों को प्रभावित स्थान से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया था और आज भी गांववासियों के साथ वैसा ही हुआ है। 

क्या कहता है प्रशासन
एस.डी.एम. शाहपुर जगन ठाकुर ने बताया कि शाहपुर के धारकंडी क्षेत्र में बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण पहाडिय़ों से मलबा गिरने से 2 पशुशालाएं ध्वस्त हो गई हैं। इससे होने वाले नुक्सान के आकलन के बाद प्रभावितों को तुरंत आर्थिक मदद भी मुहैया करवाई जाएगी। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है तथा बचाव कार्य जारी हैं। 

क्या कहती हैं शाहपुर की विधायक 
शाहपुर की विधायक सरवीण चौधरी ने बताया कि इस समस्या बारे मुख्यमंत्री से कई बार बात की गई है लेकिन सरकार इस समस्या को हल करना नहीं चाहती है। लाहौल-स्पीति में भी एक बार ऐसा ही भू-स्खलन हुआ था तो सरकार ने तुरंत प्रभावित 13 परिवारों को जमीन मुहैया करवाई गई थी लेकिन पता नहीं क्यों सरकार लाहड़ी निवासियों के लिए कोई उचित कदम नहीं उठा रही है।