यहां भूस्खलन से स्कूल भवन पर मंडराया खतरा (Watch Video)

Thursday, Mar 28, 2019 - 05:21 PM (IST)

सोलन (पाल): कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर बने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक व प्रारंभिक पाठशाला को फोरलेन निर्माण कंपनी अधुनिक तकनीक का प्रयोग करने के बाद भी नहीं बचा सकी है। यहां पर स्कूल के नीचे से हो रहे फोरलेन निर्माण की कटिंग के कारण लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिसके कारण स्कूल के मैदान में दरारे व स्कूल का स्टेज गिर कर धराशाई हो गया है। इसके कारण पिछले दिनों जिला प्रशासन की ओर से स्कूल का एक हिस्सा असुरक्षित घोषित कर उसे तुरंत खाली करने को कहा है, जिससे कि यहां पर कोई हादसा न हो सकें। 

हैरानी की बात तो यह है कि यहां पर स्कूल को खतरा हुए काफी समय बीत चुका था, लेकिन इसके ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण अब करीब 450 बच्चों को अपना स्कूल गंवाने का डर सत्ता रहा है। हालांकि इस भूस्खलन में कोई छात्र या अन्य कोई चपेट में नहीं आया है, लेकिन यहां पर यदि सिलसिला जारी रहा तो आने वाले दिनों में काफी बड़ा हादसा हो सकता है। स्कूल अध्यापकों की माने तो इस बारे में कई बार फोरलेन निर्माण कंपनी से बात की गई थी, लेकिन फोरलेन निर्माण के अधिकारियों ने आधुनिक तकनीक का हवाला देकर सीमेंट स्प्रे किया था। गौर हो कि मौजूद समय में हाईवे में फोरलेन निर्माण का कार्य चला हुआ है, जिसके लिए पहाड़ोु की कटिंग की गई है। इसकी कटिंग के कारण जाबली स्कूल के सामने का हिस्सा धंसना शुरु हो गया और भवन को खतरा पैदा हो गया।

अभी तक नहीं किया असुरक्षित भवन खाली

जाबली स्कूल को भूस्खलन के बाद जिला प्रशासन की ओर से असुरक्षित घोषित किए गए एक भवन के हिस्से को अभी तक खाली नहीं किया गया है। स्कूल का मानना है कि स्कूल में कमरों की कमी के चलते अभी खाली नहीं किया जा सका है, लेकिन यहां पर सिर्फ सामान है और उसे धीरे-धीरे खाली कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठते हैं कि यदि यह भवन कभी धराशाई हो गया और इसकी चपेट में कोई आया तो इसका जिम्मेदार कौन होगाा। क्योंकि जिला प्रशासन के आदेशों को अभी तक स्कूल में लागू नहीं किया गया है।



 

Ekta