बिना जमीन के भवन और स्कूलों पर कालेज के फट्टे लगाना कांग्रेस की रीत : सत्ती

Saturday, Mar 24, 2018 - 09:46 PM (IST)

ऊना: मैहतपुर-बसदेहड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि बिना शिक्षकों के स्कूल खोलना, बिना बजट के कालेज खोलना, बिना जमीन के भवन बनाना और झूठी घोषणाएं करना कांग्रेस सरकारों की रीत रही है। जाते-जाते कांग्रेस सरकारें कई तरह की घोषणाएं करती रहीं हैं और स्कूलों पर कालेजों के फट्टे टांगती रही हैं लेकिन बजट के नाम पर एक रुपया भी वह मुहैया नहीं करवा पातीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारें कोरी घोषणाओं में यकीन नहीं रखती बल्कि बजट के प्रबंध के साथ ही घोषणाएं करती हैं और तय समय में उन्हें पूरा भी करवाती हैं।

कांग्रेस ने 55 वर्षों के कार्यकाल में बनाए 6 पुल
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में ऊना में 15 वर्षों में काम न होने का दुष्प्रचार करके जीत हासिल करने वाले कांग्रेसी बताएं कि पिछले 5 वर्षों में उन्होंने एक भी रुपया विकास के नाम पर कहां खर्च किया है? किसी भी मंच पर आकर कांग्रेसी यह बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में 9 पुल बनाए गए और 4 पर काम चल रहा है लेकिन कांग्रेस के 55 वर्षों के कार्यकाल में मात्र 6 पुल ही बन पाए हैं।

कांग्रेसी दुष्प्रचार और खाने-पीने में माहिर
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेसी दुष्प्रचार और खाने-पीने में माहिर हैं लेकिन इनसे विकास नहीं हो पाते। पूर्व में भाजपा सरकार के समय कई विकास कार्य अधूरे रह गए जोकि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय कांग्रेसियों ने रोके ही रखे। दुष्प्रचार करने वाले कांग्रेसियों को विकास की इतनी ही चिंता है तो एक पुलिया तक ही बनाकर दिखाओ। कांग्रेस ने पूर्व कार्यकाल में विकास के नाम पर एक भी ईंट लगवाई हो तो बताएं? उन्होंने कहा कि देहलां और बसदेहड़ा में स्टेडियम बनाने के लिए कार्य शुरू किया था लेकिन कांग्रेस ने यह रोक दिया लेकिन अब जयराम कार्यकाल में इसको बड़े स्तर पर बनवाया जाएगा। 

33 में से 11 टोल बैरियर ऊना जिला में
उन्होंने कहा कि हिमाचल में कुल 33 टोल बैरियर हैं जिसमें से ऊना जिला में ही 11 टोल बैरियर हैं। यहां कटने वाली पर्ची से स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं। खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग। उन्होंने मांग उठाई की इन टोल बैरियरों की समस्या का भी निदान किया जाना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में फैसला लेने की बात कही। वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने एक के बाद एक अन्य मांगें मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं जिन्हें सी.एम. ने स्वीकार किया।

Punjab Kesari