दयनीय हालत में जीने को मजबूर लाहुली देवी, मदद को आगे आया कार सेवादल (Video)

Tuesday, Mar 12, 2019 - 11:54 AM (IST)

कुल्लू (दिलीप): कुल्लू के नग्गर के खरोगी गांव की रहने वाली लाहुली देवी गरीबी की हालत में अपना जीवन जीने को मजबूर हैं। दलित परिवार से संबंध रखने वाली लाहुली की जिंदगी अति गरीबी हालत में दुखों में ही गुजर रही हैं। उनके पति डीणे राम की लगभग 8 वर्ष पहले किसी दुर्घटना के कारण मृत्यु हो गई थी, उसके बाद लाहुली देवी के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और 6 बच्चों की जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई। यह विधवा बुजुर्ग भूमिहीन हैं। गांव के लोग इस गरीब की मदद करते हैं तब जाकर इसके घर का चूल्हा जलता है। इनके 3 लड़के व 2 लड़कियां हैं लड़का उत्तम व चुनी लाल गरीबी की वजह से पढ़ाई छोड़ चुके हैं।

मुस्कान व मीनाक्षी जुड़वां लड़कियां हैं जो 8वीं कक्षा में पढ़ रही हैं लड़का हरीश 8वीं व गोकल चंद 5वीं में पढ़ता है। कार सेवादल के संयोजक मनदीप डांग अपनी टीम के साथ महिला के घर पतलीकूहल स्थित नग्गर गांव खरोगी पहुंचे। सड़क से कुछ ही दूरी पर पहाड़ी के ऊपर गरीब महिला का घर है कार सेवादल स्वयं 2 माह का राशन लेकर वहां पहुंचा। उन्होंने प्रतिमाह राशन व एक हजार की आर्थिक मदद देने के साथ बच्चों की पढ़ाई के खर्चे का बीड़ा भी उठाया। सेवादल इस गरीब परिवार के बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए ट्यूशन भी देगा ताकि बच्चों का भविष्य सुधर सके। वहीं प्रैस क्लब भुंतर की ओर से क्लब के महासचिव एवं समाज सेवी मेघ सिंह कश्यप ने इस गरीब परिवार को कम्बल दिए। इस मौके पर कार सेवादल से कुलदीप सिंह सैक्रेटरी, अजीत सिंह, जसविंद्र सिंह, राजिंद्र सिंह, इंद्र पाल व गुरविंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

बुजुर्ग ने भूमिहीन के तहत जमीन के लिए लगाई गुहार पर किसी ने नहीं सुनी पुकार

80 बर्षीय बुजुर्ग महिला कई वर्षों से भूमिहीन के तहत सरकार व प्रशासन से जमीन के लिए गुहार लगा चुकी है, लेकिन इस महिला की आज तक किसी ने नहीं सुनी। लाहुली ने कहा कि मैंने फिर से जमीन के लिए कागज तैयार किए और जिला प्रशासन को दिए हैं। अब देखना यह है कि सरकार इस गरीब दलित महिला को भूमिहीन के तहत कब तक जमीन उसे प्रदान करती है।

Ekta