कुमारहट्टी सुरंग के दोनों सिरे आपस में जुड़े, पहाड़ को चीरकर बनाई जा रही टनल

Sunday, Dec 17, 2017 - 05:11 PM (IST)

सोलन (पाल): परवाणू से सोलन के बीच बन रही कुमारहट्टी सुरंग के दोनों सिरे आपस में जुड़ गए हैं। रविवार को सुरंग को खोलने के लिए आखिरी धमाका किया गया जो कामयाब रहा। इसके बाद अब सुरंग को जल्द से जल्द बहाल करने का काम शुरू हो जाएगा। इस मार्ग पर कुमारहट्टी से कुछ दूरी पर बाई पास से समलेच के बीच 933 मीटर की एक सुरंग का निर्माण हो रहा है। सुरंग के अंदर काम कर रहे मजदूरों के लिए कम ऑक्सीजन में काम करना कोई आसान नहीं है। इसके अलावा मशीनों से पहाड़ की जा रही खुदाई के कारण भारी मात्रा में धूल भी अंदर ही जमा हो रही है। इससे सुरंग से बाहर निकालने व मजदूरों को ऑक्सीजन देने के लिए सुरंग के बाहर एक वेंटिलेशन वाहिनी (डक्ट) स्थापित की गई है। बिजली से चलने वाले इस यंत्र से बाहर की शुद्ध हवा को पाइप के माध्यम से सुरंग के अंदर भेजा जा रहा है। इससे मजदूरों को न केवल सांस मिल रही है बल्कि अंदर की धूल को भी बाहर निकलाने में भी मदद मिल रही है। 


मजेदार बात यह है कि इस सुरंग से कुछ दूरी पर ही बड़ोग में विश्व धरोहर कालका- शिमला रेल मार्ग की सबसे लम्बी सुंरग है। इसकी लंम्बाई करीब 11 सौ मीटर है। रेल व सडक़ मार्ग की दोनों सुरंग पास-पास होने से इसका अपना ही रोमांच है। इससे क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस सुरंग से फोरलेन की शिमला से चंडीगढ़ की ओर जाने वाली लेन चलेगी, जबकि चंडीगढ़ से शिमला की ओर जाने वाली लेन बाई पास से होगी। टन इंचार्ज सत्यावीर सिंह ने बताया कि इस सुरंग का निर्माण कार्य फरवरी 2017 को शुरू हुआ था। इस सुरंग की लम्बाई 933 मीटर है, जिस पहाड़ को चीरकर इस सुरंग का निर्माण किया जा रहा है, उसमें बड़ी-बड़ी चट्टानें थी। मशीनों से इस चट्टानों को तोड़कर सुरंग का निर्माण का निर्माण किया जा रहा है। इसमें बड़ी मात्रा में पानी भी है जो नाला बनकर बाहर निकल रहा है।