यहां सौ टन कूड़े से प्रतिदिन तैयार होगी एक मैगावाट बिजली

Saturday, Jul 13, 2019 - 05:59 PM (IST)

कुल्लू, (दिलीप): पर्यटन नगरी मनाली में 25 करोड़ की लागत से कूड़ा संयंत्र लगाया जा रहा है। यहां 100 टन कूड़े से रोजाना एक मैगावाट बिजली उत्पादन होगा। इसके अलावा कूड़े की राख से ईंटें (ब्लॉक) और सीमैंट बनाया जाएगा। दावा किया है कि कूड़ा संयंत्र से बिजली बनाने वाली प्रदेश की पहली नगर परिषद मनाली होगी। हालांकि शिमला के भरपाल में ऐसा ही कूड़ा संयंत्र विदेशी नागरिक ने स्थापित किया है। नगर निगम ने मात्र जगह मुहैया करवाई है। मनाली नगर परिषद मुंबई की नेक्सट जैनरेशन कैमिकल कंपनी के सहयोग से कूड़ा संयंत्र लगा रही है अगस्त अंत या सितम्बर से यह प्लांट काम करना शुरू करेगा। कंपनी 25 वर्षों तक इस संयंत्र को चलाएगी। यह संयंत्र वेस्ट टू एनर्जी है, जिसे रिफ्यूज्ड डिराइव्ड फ्यूल कहा जाता है। इससे जीरो प्रतिशत प्रदूषण होगा। कंपनी के इंजीनियर सुमित शर्मा ने बताया कि 100 टन कूड़े से प्रतिदिन एक मैगावाट बिजली तैयार होगी। संयंत्र से निकलने वाली राख फैक्टरी को सीमैंट बनाने के लिए दी जाएगी। राख से घर बनाने वाले ब्लॉक भी कंपनी स्वयं बनाएगी। संयंत्र से 21 लोगों को रोजगार मिलेगा।

गीला और सूखा कचरा अलग लिया जाएगा

नप अध्यक्ष नीना ठाकुर ने कहा कि मनाली पहला निकाय होगा, जो कूड़ा-कचरा संयंत्र से बिजली बनाएगा। इसके लिए गीला और सूखा कचरा अलग लिया जाएगा। हिमाचल स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय ने राज्य के 109 निजी अस्पतालों के एंपैनलमैंट का स्टेटस जारी किया है। यह स्वास्थ्य विभाग की वैबसाइट पर है। इनमें से कई नए अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है तो कई को रिन्यू करने को कहा गया है। ये अस्पताल कर्मचारियों, उनके आश्रितों और पैंशनरों के इलाज के लिए सूचीबद्ध किए गए हैं। इनमें उपचार करने पर रिइंबर्समैंट होती है।

Kuldeep