राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ी कर हड़पे करोड़ों रुपए, कई लोग हुए मालामाल

Monday, Dec 03, 2018 - 04:10 PM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो): कुल्लू में राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ी करके मुआवजे के तौर पर गलत तरीके से करोड़ों रुपए हड़पे गए हैं। इस खेल में कई लोगों के साथ-साथ सरकारी सेवा में कार्यरत कई लोग भी मालामाल हुए हैं। जमीन कहीं और थी और राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ी करके इस जमीन को कहीं और दर्शाया गया। इतना ही नहीं बाद में भूखंड को नई जगह दर्शाने के बाद इसमें भवन, होटल भी बनाए गए। यह खेल व्यावसायिक लाभ के साथ-साथ करोड़ों रुपए हड़पने के लिए खेला गया। इसका असली मकसद संबंधित भूखंडों और भवनों को फोरलेन की जद्द में लाकर मुआवजा डकारना था। कु ल्लू में वामतट मार्ग पर बड़े पैमाने पर इस तरह की धांधली हुई है। विजीलैंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो ने भी इस प्रकरण पर जांच खोली हुई है। अब जिला प्रशासन भी मामले पर जांच बैठाने जा रहा है।

बंदोबस्त से पहले के रिकार्ड को खंगाला जाए

किसी का भूखंड सड़क से करीब 200 मीटर से भी अधिक दूर पहाड़ पर स्थित था। राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ी करके उस भूखंड के नक्शे को सड़क किनारे किसी खाली जमीन पर इस तरह से फिट करवाया गया जिससे यह लगे कि राजस्व रिकार्ड में भी यह भूखंड और संबंधित खसरा नंबर इसी जगह पर है। बंदोबस्त से पहले के रिकार्ड को खंगाला जाए तो संबंधित भूखंड मौजूदा जगह से काफी दूर स्थित था। संबंधित भूखंड व इसमें बने भवन जब फोरलेन की जद्द में आए तो करोड़ों रुपए मिले। वामतट मार्ग पर ऐसे कई भूखंडों के दम पर कइयों ने करोड़ों रुपए डकार लिए हैं।

इसमें कइयों ने डकारी रकम

इस प्रकरण में रिकार्ड में गड़बड़ी करने वालों और भूखंडों के फर्जी मालिक बने लोगों में पहले सांठगांठ हुई। उसके बाद फोरलेन निर्माण के चलते मुआवजे के तौर पर मिलने वाली रकम में से 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा रिकार्ड में गड़बड़ी करने वालों को देना तय हुआ। मुआवजा मिलने के बाद तय राशि उन लोगों को मिली भी। इस प्रकरण से कई ऐसे लोग करोड़पति बन गए जिनकी वास्तविक जमीन अभी तक भी यथावत है और फर्जी तरीके से तैयार करवाए गए कागजों के दम पर हड़पे भूखंडों में खड़े भवनों का भी मुआवजा डकार लिया।

रिकवरी का सताने लगा डर

इस तरह गलत तरीके से मुआवजा डक ारने वालों को अब रिकवरी का भी डर सताने लगा है। गलत तरीके से हड़पी मुआवजा राशि को वापस लौटाने में इनके पसीने छूटेंगे। ऊपर से गड़बड़ी के चक्कर में भी कई नपेंगे। इस प्रकार का खेल अन्य कई इलाकों में भी खेले जाने की आशंका है। जो भूखंड व भवन फोरलेन की जद्द में आए हैं उनसे संबंधित तमाम राजस्व रिकार्ड को बारीकी से खंगाला जा सकता है।

Kuldeep