कुल्लू-मनाली की ट्रक यूनियन ढोएंगी अब लाहौल के आलू

Saturday, Oct 20, 2018 - 10:25 AM (IST)

मनाली : आलू की फसल को मंडियों तक पहुंचाने में असमर्थ दिख रहे लाहौल के किसानों को यह खबर राहत पहुंचाने वाली है। यहां अब प्रशासन ने जिला से बाहर की ट्रक यूनियनों से भी संपर्क साध गाडिय़ों को मंगवाने का निर्णय लिया है। ऐसे में लाहौल के किसानों की आलू की फसल अब खेतों में नहीं रहेगी। डी.सी. लाहौल-स्पीति अश्विनी कुमार चौधरी ने बताया कि लाहौल में पिछले कुछ समय से ट्रकों की कमी के चलते किसानों की आलू की फसल खेतों में ही पड़ी हुई थी।

उन्होंने कहा कि ऐसे में उन्होंने दूसरे जिलों की ट्रक यूनियन से संपर्क साधा और लाहौल के लिए विशेष तौर पर गाड़ियां भेजने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कुल्लू व मनाली ट्रक यूनियनें लाहौल का आलू मंडियों तक पहुंचाने के लिए तैयार हो गई हैं, ऐसे में किसानों को अब अपनी फसल की चिंता नहीं रहेगी। लाहौल में गत सितम्बर माह में हुई भारी बर्फबारी के बाद जहां हजारों सैलानी घाटी के विभिन्न क्षेत्रों में फंस गए थे, वहीं सैंकड़ों ट्रक चालक भी गाड़ियों समेत यहां फंसे हुए थे। अब भले ही लाहौल-स्पीति का जनजीवन पटरी पर लौट आया हो, लेकिन यहां ट्रक भेजने से अब बाहरी जिला के लोग डर रहे हैं।

यही नहीं, ड्राइवर भी साल के इस दौर में लाहौल-स्पीति जाने का अब रिस्क उठाना नहीं चाह रहे हैं, ऐसे में यहां के किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं, देशभर में लाहौल के आलू ने जहां अपनी अलग पहचान बनाई है वहीं सब्जी मंडियों में इसकी अच्छी डिमांड रहती है, लेकिन इस बार लाहौल-स्पीति की बर्फबारी ने जहां इस फसल को भी प्रभावित किया है वहीं जो फसल तैयार हो गई है, उसे अब सब्जी मंडियों तक पहुंचाना किसानों के लिए चुनौती बन गया है। लिहाजा किसानों ने अपनी इस समस्या को ध्यान में रख डी.सी. लाहौल-स्पीति से समस्या का समाधान मांगा था, ऐसे में प्रशासन ने इस समस्या का समाधान करने का अब दावा किया है।

जीप-टिप्पर में भी लादी जा रहीं आलू की बोरियां 
लाहौल के किसान अपनी आलू की फसल को मंडियों तक पहुंचाने के लिए जुगाड़ का सहारा भी ले रहे हैं। किसान यहां छोटे टिप्परों, जीप व छोटी गाड़ियों में भी किसी न किसी तरह अपनी फसल को जिला से बाहर पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रशासन को पहले करनी चाहिए थी तैयारी
लाहौल-स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने कहा है कि प्रशासन को पहले ही गड़ियों की व्यवस्था करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि पहले ही लाहौल के किसानों का बर्फबारी से काफी नुक्सान हुआ है, ऐसे में अब आलू की फसल पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने डी.सी. लाहौल-स्पीति अश्विनी कुमार चौधरी से इस संबंध में बात की है। उन्हें प्रशासन द्वारा बताया गया है कि मनाली व कुल्लू ट्रक यूनियन से लाहौल के किसानों के लिए गाड़िया बुला ली गई हैं।
 

kirti