कोटखाई रेप एंड मर्डर केस में कुल 6 गिरफ्तार, पढ़िए किस-किस ने की दरिंदगी

Thursday, Jul 13, 2017 - 05:28 PM (IST)

शिमला: कोटखाई रेप एंड मर्डर केस में पुलिस ने एक नहीं बल्कि कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आशीष चौहान उर्फ आशु की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि 5 और आरोपियों को पकड़ा गया है जो इस जघन्य अपराध में शामिल थे। शिमला पुलिस मुख्यालय में हुई एक प्रैस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी सोमेश गोयल और एसआईटी के इंचार्ज आईजी जहूर जैदी ने बताया कि सभी आरोपियों को कोटखाई से ही गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कड़ी मेहनत की, सभी कड़ियों को जोड़ा गया जिसके बाद इन सभी 6 आरोपियों तक पहुंचने में कामयाबी मिली।

एक आरोपी मंडी का, दो गढ़वाली और दो नेपाली
आईजी जहूर जैदी ने बताया कि एक आरोपी राजेंद्र सिंह 32 है जो मंडी जिला के जंजैहली का रहने वाला है। इसके अलावा 42 साल के सुभाष सिंह बिष्ट को भी गिरफ्तार किया गया है जो पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला है। 29 साल का आरोपी सूरज सिंह नेपाली है, उसके साथ-साथ 19 साल के लोकजन उर्फ छोटू को भी पकड़ा गया है जो नेपाली है। पांचवां आरोपी दीपक उर्फ दीपू है जिसकी उम्र 38 साल है और वो भी गढ़वाल का ही है।


ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस ने साफ किया कि शुरू से ही इस बात का शक था कि ये अपराध किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं किया बल्कि ऐसे लोगों ने किया जो स्थानीय थे। दूसरा जिस तरह का जघन्य अपराध हुआ उसे कोई आम इंसान नहीं कर सकता है। इसके अलावा पुलिस ने दो मोबाइल टावर के डंप भी खंगाले जिसके आधार पर पुलिस को सुबूत मिलते गए और कानून का शिकंजा आरोपियों पर कसने लगा। पुलिस ने बताया कि इस केस में टेक्निकल और साइंटिफिक एविंडेंस इक्टठा कर लिए गए हैं। साथ ही आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है।


जंगल में ही हुआ रेप
पुलिस ने प्रैस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि राजू को पीड़िता पहले से जानती थी। वो ट्रक चलाता था और पहले भी लड़की ने राजू से लिफ्ट ली थी। ऐसे में दोनों की जान पहचान पहले से ही थी। साथ ही पुलिस ने बताया कि लड़की का रेप लाश मिलने की जगह से 10 फीट की दूर ही हुआ था। उसके गला किसने दबाया ये अभी साफ नहीं है, ऐसे में इसकी तफ्तीश की जा रही है। उन्होंने साफ किया कि इस मामले में कोई बरामदगी नहीं हुई है।


'निर्भया' से भी मुश्किल था केस
आईजी जहूर जैदी ने कहा कि ये मामला दिल्ली के निर्भया से भी ज्यादा मुश्किल था। दिल्ली के निर्भया मामले में जांच एजेंसियों के पास पीड़िता का बयान था, उसके साथ मौजूद लड़के ने भी जुर्म के बारे सारी बातें बताई थी, इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज भी थी लेकिन कोटखाई में मामला पूरी तरह से ब्लाइंड केस था। लड़की के पास मोबाइल भी नहीं था।