कोटखाई रेप एंड मर्डर केस: दिन में हिरासत में लिया, रात को छोड़े संदिग्ध

Monday, Jul 17, 2017 - 10:43 AM (IST)

शिमला: कोटखाई रेप और मर्डर मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गई है। पुलिस ने शनिवार को 2 संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया था। कोटखाई से कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें शिमला पहुंचाया गया। इसके बाद रिपन अस्पताल में मैडीकल करवाने के बाद रात को उन्हें छोड़ दिया गया। हालांकि इस बात की पुलिस अधिकारी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं कर रहे हैं, जिससे साफ हो गया है कि पुलिस रसूखदारों के प्रभाव में कार्य कर रही है। सूत्रों के अनुसार इन अमीर युवकों से औपचारिकता के लिए ही पूछताछ हुई है। इससे पहले भी इनसे कोटखाई थाने में पूछताछ हुई थी। तब पुलिस जांच की दिशा सही चल रही थी। इस बीच कई संदिग्ध आरोपियों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। मुख्यमंत्री के फेसबुक अकाऊंट पर भी उन्हें अपलोड किया गया। हालांकि बाद में वहां से इन्हें हटा दिया था लेकिन इससे लोगों को भरोसा हो गया था कि यही संदिग्ध असली आरोपी हैं, जिस पर विवाद भी खड़ा हो गया।  

फोरैंसिक साइंस लैब भेजे जा रहे डी.एन.ए. सैंपल 
बता दें कि शनिवार को पुलिस ने रिपन अस्पताल में 2 युवकों का मैडीकल करवाया था। इनके डी.एन.ए. सैंपल को जांच के लिए फोरैंसिक साइंस लैब भेजा जा रहा है। इस दौरान पुलिस ने इन युवकों को क्यू.आर.टी. के जवानों की टोपी पहनाई। ऐसा पहचान छिपाने के लिए किया गया। यानी पुलिस ने अपनी टोपी के जरिए उन्हें जनता के गुस्से का शिकार होने से बचाया। इससे पहले 5 आरोपियों को भी इसी अस्पताल में मैडीकल के लिए पहुंचाया गया था लेकिन इनके चेहरे ढकने के लिए पुलिस जवानों ने अपनी टोपी नहीं पहनाई थी। इससे पहले राजधानी शिमला में जनता का आक्रोश सड़क पर फूट पड़ा था। प्रदर्शनकारियों ने धारा 144 की भी परवाह नहीं की।