गुड़िया मामले को लेकर जिला परिषद सदन में हंगामा, BJP का वॉकआउट

Saturday, Jul 29, 2017 - 10:59 AM (IST)

शिमला: गुड़िया मामले को लेकर जिला परिषद की बैठक में भी खूब हंगामा हुआ। भाजपा जिला परिषद सदस्यों ने इस मामले में सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए वॉकआउट किया। इस दौरान सदस्यों ने पुलिस प्रशासन की जांच पर भी सवाल उठाए। सदस्य नीलम सरैक ने कहा कि हमें सी.बी.आई. की जांच पर पूरा विश्वास है कि वह तथ्यों की तह तक जाकर दूध का दूध और पानी का पानी करेगी तथा असली आरोपियों को जल्द ही सलाखों के पीछे भेजेगी।

सी.बी.आई. पर राज्य की जनता को पूरा विश्वास
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को सी.बी.आई. पर पूरा विश्वास है और हम भी इस जांच में पूरा सहयोग करेंगे। इस मामले के लिए बनी पुलिस की एस.आई.टी. द्वारा की गई जांच को संदेहास्पद बताते हुए उन्होंने कहा कि सी.बी.आई. को इसकी भी नई सिरे से जांच करनी चाहिए। यदि इसमें कोई अधिकारी संलिप्त पाया जाता है तो उसे भी सलाखों के पीछे डाला जाए। वॉकआउट करने वाले भाजपा सदस्यों में नीलम सरैक सहित इंदू वर्मा, डी.आर. राजटा, रीना ठाकुर, रेखा, वंदना, अरविंद व चेत राम ने सदन में इसके अलावा उन अधिकारियों पर भी रोष जताया जो सदन की बैठक में उपस्थित नहीं होते हैं और इसे हल्के में लेते हैं। 


पंचायतों में बहुत से विकास कार्य अधूरे पड़े
भाजपा सदस्यों ने ऐसे अधिकारियों को धारा 155 के तहत नोटिस देकर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। सदस्यों ने कहा कि बहुत से अधिकारी उनके द्वारा बताए गए विकास के कार्यों को प्रमुखता से नहीं लेते जिस कारण पंचायतों में बहुत से विकास कार्य अधूरे पड़े हैं। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष धर्मिला हरनोट ने की। इस अवसर पर उन्होंने जिला परिषद व पंचायत समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जिला परिषद व पंचायत समितियों को अपने क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए 4 करोड़ 22 लाख रुपए की राशि जारी की गई है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद व पंचायत समिति अपने क्षेत्र की परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए किए जाने वाले जन विकास कार्यों के प्रस्ताव जल्द संबंधित विभाग को प्रस्तुत करें।