कोटखाई मामले में CBI की रेड, वायरल फोटो में शामिल युवकों से की पूछताछ, अब सामने आएगा सच

Tuesday, Aug 22, 2017 - 09:26 AM (IST)

शिमला: कोटखाई रेप एंड मर्डर मामले में सी.बी.आई. ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। जांच एजैंसी ने स्कूली छात्रा के गैंगरेप एंड मर्डर को लेकर पुख्ता सबूत जुटाने के लिए 2 संदिग्ध आरोपियों व एक नामजद आरोपी के घरों में सर्च रेड की है। केस को सुलझाने की दिशा में इसे काफी अहम माना जा रहा है। जहां रेड हुई है, उनमें प्रशांत उर्फ हैप्पी नेगी, ईशान चौहान व आशीष चौहान के घर शामिल हैं। सी.बी.आई. की यह कार्रवाई हलाईला क्षेत्र में हुई है। इनमें से आशीष को पुलिस ने आरोपी बनाया था लेकिन उसे रेप केस का आरोपी नहीं माना। अब सी.बी.आई. की एस.आई.टी. ने पूरे इंतजामों के साथ रेड की है। उन्होंने एक साथ तीनों के घरों में छापे मारे। इस दौरान क्या सबूत हाथ लगे, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। इसे गोपनीय रखा जा रहा है लेकिन सी.बी.आई. ने सर्च रेड डाले जाने की पुष्टि की है।


इस रेड के माध्यम से वायरल फोटो का सामने आ सकेगा सच
इस रेड के माध्यम से वायरल फोटो का सच भी सामने आ सकेगा। आशीष को पुलिस ने 12 जुलाई को गिरफ्तार किया था। उसके बाद 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से आरोपी नेपाली मूल के सूरज की कोटखाई थाने में हत्या हो गई थी। इस संबंध में पुलिस ने एक अन्य आरोपी राजू के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था लेकिन सी.बी.आई. जांच में पुलिस की कहानी झूठी साबित हो रही है। जांच एजैंसी जल्द ही पुलिस वालों को आरोपी बना सकती है, जिसकी पूरी तैयारियां चल रही हैं। इस बीच देर शाम आशीष चौहान ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में अर्जी दी। संदिग्ध आरोपी ईशान चौहान ने सी.एम. वीरभद्र सिंंह को भी पत्र लिखा था, जिसमें उसने दावा किया गया था कि वह कोई रईस नहीं बल्कि किसान का बेटा है। उसने अपने आप को बेकसूर करार दिया था। कहा था किउसका गुड़िया केस से कोई लेना-देना नहीं है। जिन युवकों के सोशल मीडिया में फोटो वायरल हुए थे, उनमें ईशान भी शामिल था। 


सी.एम. के आई.टी. सलाहकार गोकुल से हुई पूछताछ
सी.बी.आई. जांच की आंच सी.एम. कार्यालय तक आ गई है। सूत्रों के अनुसार सी.एम. के फेसबुक अकाऊंट से फोटो वायरल होने के मामले में सी.बी.आई. ने मुख्यमंत्री के आई.टी. सलाहकार गोकुल बुटेल से भी पूछताछ की है। इसी फेसबुक पर जैसे ही संदिग्ध आरोपियों के फोटो अपलोड हुए तो लोगों को यकीन हो गया कि यही असली आरोपी हैं जबकि पुलिस ने संगीन जुर्म के आरोप में 6 और लोगों को गिरफ्तार किया था। इन 6 में एक भी ऐसा नहीं था जिनके फोटो वायरल हुए थे।