कोटखाई केस: गुड़िया के परिजनों के साथ पंजाब केसरी का Exclusive Interview (Watch Video)

Friday, Jul 21, 2017 - 01:47 PM (IST)

शिमला (राजीव): बहुचर्चित कोटखाई रेप एंड मर्डर केस मामले ने देवभूमि को शर्मसार कर दिया है, हर कोई इंसआफ की मांग के लिए सड़कों पर उतर रहा है। इसी बीच पंजाब केसरी भी मामले की तह तक पहुंचने के लिए गुड़िया के परिजनों से मिला। इस खास बातचीत में परिजनों ने कई ऐसी बातें कहीं जो वाक्य ही झकझोर कर रखने वाली थी। गुड़िया की बहन ने कहा कि इस केस में पुलिस ही जिम्मेवार है। जब मर्डर हुआ तो पुलिस कहां था। उन आरोपियों को इकट्ठे क्यों रखा गया। ये सबसे बड़ी गलती पुलिस की है। छात्रा की बहन ने कहा कि हमें नहीं पता कि आरोपी की हत्या कैसे हुई। उन्होंने कहा कि अगर कोटखाई थाने में जगह नहीं थी तो पुलिस आरोपियों को ठियोग में भी रख सकते थे या फिर शिमला में भी रख सकते थे। उन्हें कोटखाई में ही क्यों रखा गया और सब इकट्ठे क्यों रखे गए। इस सब में पुलिस की ही गलती है। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस पूरे मामले का पता है कि किस तरह मर्डर हुआ। वह जनता को गुमराह कर रही है। 


पुलिस द्वारा सबूत मिटाने से पहले ही सीबीआई को सौंपी जाए केस की जांच

छात्रा के पिता ने कहा कि 4 जुलाई को जब छात्रा गायब थी तो पुलिस 6 जुलाई को उस जगह पर रात 12 बजे पहुंची और वह सब जगह घूमी। पुलिस छात्रा के परिजनों को कहने लगी कि यह सब गोरखो ने किया है, तब छात्रा के पिता ने कहा कि ये उनका काम नहीं हैव वो ऐसे काम नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले उसका शव उसके मामा ने देखा था। उसके पिता ने कहा कि आरोपियों को फांसी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता तो यह सब करेगी ही क्योंकि पुलिस तो अपना काम नहीं कर रही है। उसकी बहन ने कहा कि 10 दिन बाद पुलिस दो नेपालियों और 2 गढ़वालियों को पकड़ती है। अब उनका हाई प्रोफाइल केस कहां गया। अगर वो हाई प्रोफाइल केस नहीं था तो इतने दिन में वो नेपालियों और गढ़वालियों को नहीं पकड़ पाए। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा सबूत मिटाने से पहले ही हम चाहते हैं कि इस केस की जांच सीबीआई को सौंपी जाए। 


आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी हो
उन्होंने कहा कि सीबीआई ही इस केस का कुछ कर पाएगी। छात्रा की बहन ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह आई थी और 25 हजार रुपए दिए और वो भी उन्होंने सरकार की तरफ से बताया था। वैसे किसी की भी जहां पर कोई मदद नहीं मिली है। उसने कहा कि हमें पैसों नहीं चाहिए हमें इंसाफ चाहिए। उसने कहा कि जो मेरी बहन के साथ हुआ है वो आने वाले समय में किसी भी लड़की के साथ न हो। जो असली दरिंदे हैं पक़ड़े जाएं। छात्रा की बहन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया है वह काफी शर्मनाक था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस घटना को छोटी-मोटी घटना बता रहे हैं। अगर यह सब मुख्यमंत्री की बेटी के साथ होता तो वह इसके लिए उसे छोटी-मोटी घटना बोलते। अगर यह सब मुख्यमंत्री की बेटी के साथ होता तो यह केस 2 दिन में क्लियर हो जाता। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा हाथ सरकार का है। छात्रा की मां ने कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी हो। हम अगर सरकार से उम्मीद नहीं रखेंगे तो कहां से रखेंगे। हमें तो घर से भी उम्मीद नहीं रही। आइए वीडियो में देखें छात्रा के परिजनों के साथ खास बातचीत।