कोटखाई मामला : जिनसे जान का खतरा, उन्हीं के बीच ‘नजरबंद’ हुआ संतरी

Wednesday, Aug 23, 2017 - 12:05 AM (IST)

शिमला: कोटखाई थाने के जिस निलंबित संतरी को जान का खतरा बना हुआ है, उसे पुलिस वालों के बीच ही ‘नजरबंद’ रखा है। अब उसे पहले से ज्यादा डर सता रहा है। पुलिस से सिक्योरिटी मांगी थी लेकिन उसकी जगह बिना हथियार के एक कांस्टेबल को तैनात किया है। संतरी के परिजनों ने इसे लेकर सरकार व पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि वह संतरी को ही पिस्तौल रखने की इजाजत दें। परिजनों ने सवाल उठाया है कि क्या सरकार एक वारदात होने के इंतजार में है?  उनके मुताबिक एक तरफ पुलिस विभाग खड़ा है तो दूसरी ओर संतरी अकेला है। उसने सूरज की हत्या मामले में पुलिस के कई अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सी.बी.आई. को बयान दिया है। सूत्रों का कहना है कि संतरी को जहां रखा गया है, वहां वह सुरक्षित नहीं है। आलम यह है कि उसके परिजन सरकार से मुलाकात तक नहीं कर पा रहे हैं। 

आधी रात को थाने में मौजूद था अफसर
कोटखाई थाने में आरोपी सूरज व राजू को एक ही लॉकअप में रखा गया था। पुलिस के मुताबिक सूरज के साथ राजू ने मारपीट की थी जबकि संतरी ने सी.बी.आई. को दूसरी कहानी बयां की है। यह कहानी कहती है कि जो भी पुलिस अधिकारी व कर्मी थाने में आ रहा था, वह सूरज के साथ थर्ड डिग्री इस्तेमाल कर रहा था। जिस रात उसकी हत्या हुई, उस दौरान एक पुलिस अधिकारी भी वहां मौजूद था। सी.बी.आई. सूत्रों का कहना है कि थाने से दूसरी जगह के लिए रवानगी जरूर दर्शायी गई है लेकिन तकनीकी जांच-पड़ताल के सहारे उनकी लोकेशन वहीं पाई गई। इससे अधिकारी की चालाकी पकड़ में आ गई है। अब इनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।