जानिए जिला कांगड़ा में कहां बनेगा चंदन-जड़ी बूटियों पर आधारित एक्सीलेंस सैंटर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 03, 2020 - 08:38 AM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो) : राज्य में चंदन और जड़ी बूटियों पर आधारित एक्सीलेंस सैंटर कांगड़ा जिला के ज्वाली उपमंडल के कुठेड़ में विकसित किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग के अधिकारियों को प्लान तैयार करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। एक्सीलेंस सैंटर के लिए वन विभाग की जमीन चिह्न्ति की गई। वन मंत्री राकेश पठानिया ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार ने चंदन तथा जड़ी बूटियों की पैदावार में बढ़ोतरी कर निर्णय लिया है। इसमें रोजगार की असीम संभावनाएं हैं और हिमाचल के निचले क्षेत्रों की जलवायु भी इस के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि चंदन और जड़ी बूटियों के लिए एक्सीलेंस सैंटर विकसित करने के लिए वानिकी विशेषज्ञों की सेवाएं भी ली जाएंगी। इसके अतिरिक्त वन विभाग के अधिकारियों के इस के लिए एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक्सीलेंस सैंटर के लिए वन विभाग के अधिकारियों की कमेटी कृषि तथा वानिकी विश्वविद्यालय के साथ भी संपर्क कर इस के लिए आवश्यक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

उन्होंने कहा कि इसी सैंटर में टीसू कल्चर तथा सीड सर्टिफिकेशन की संभावनाओं पर भी विचार करने के लिए कहा गया है। वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा वनीकरण की गतिविधियों के माध्यम से लोगों को स्वरोगार के अवसर भी प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जंगली जड़ी बूटियों को बेचने तथा निजी जमीन पर इनके उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से वन समृद्वि जन समृद्वि योजना आरंभ की गई है। इसके अतिरिक्त वन प्रबंधन में स्थानीय लोगों को सक्रिय रूप जोड़ने के लिए सामुदायिक वन संवधज़्न योजना भी संचालित की जा रही है।


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Jinesh Kumar

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