राजनीति में नहीं थी कोई दिलचस्पी, जानिए कैसे एक खिलाड़ी से खेल मंत्री बन गए अनुराग ठाकुर
punjabkesari.in Sunday, Jul 25, 2021 - 08:40 PM (IST)
हमीरपुर (राजीव): हमीरपुर के सांसद कैप्टन अनुराग सिंह ठाकुर का भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री बनना छोटे से हिमाचल के लिए बहुत बड़ी बात है और उससे भी बड़ी बात यह है कि जब कैबिनेट मोदी सरकार की बने क्योंकि मोदी की कैबिनेट में मंत्री किसी की सिफारिश या बैकग्राऊंड को देख कर नहीं बनते बल्कि खुद की परफॉर्मैंस के आधार पर ही मंत्री बनते हैं। हमीरपुर संससदीय क्षेत्र से चौथी बार करीब 4 लाख वोटों से जीते सांसद अनुराग ठाकुर ने अपनी मेहनत के चलते जहां आज देश की राजनीति में नई पीढ़ी में अलग पहचान स्थापित की है, वहीं प्रधानमंत्री की नजरों में भी वह वर्तमान में सबसे काबिल सांसद व मंत्री बनकर उभरे हैं। इसके पीछे अनुराग ठाकुर की मेहनत व संघर्ष भी किसी से छिपा नहीं है।
दिवंगत वीरभद्र सिंह की वजह से राजनीति में आए थे अनुराग
बताया जाता है कि अनुराग ठाकुर तो राजनीति में आना ही नहीं चाहते थे, वह तो क्रिकेटर बनना चाहते थे लेकिन परिस्थितियां ऐसी बदलीं कि अनुराग ठाकुर एक खिलाड़ी से भारत सरकार में खेल मंत्री बन गए। इसके पीछे की कहानी बहुत ही दिलचस्प है क्योंकि बहुत से लोग व राजनीतिज्ञ अक्सर यही कहते हैं कि अनुराग के पिता पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की वजह से अनुराग राजनीति में आए हैं लेकिन असल में अनुराग ठाकुर को राजनीति में लाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह हैं। अगर वीरभद्र सिंह अनुराग ठाकुर को एचपीसीए के मामलों में बेवजह तंग नहीं करते तो शायद आज अनुराग ठाकुर इतने बड़े स्तर के नेता न बनते।
कांग्रेस व तत्कालीन मुख्यमंत्री को गया था ये एहसास
अनुराग ठाकुर ने बीसीसीआई व एचपीसीए को ही अपना भविष्य चुना और वह हिमाचल में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने के साथ हर जिले में क्रिकेट स्टेडियम बनाकर हिमाचल को पर्यटन व विश्व के मानचित्र पर लाने के लिए काम कर रहे थे। इसी दौरान कांग्रेस व तत्कालीन मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह को एहसास हो गया था कि अगर निकट भविष्य में हिमाचल में कांग्रेस को कोई टक्कर दे सकता है तो ये अनुराग ठाकुर ही हैं। इसलिए इन्हें रोकना जरूरी है। जिसके बाद अनुराग ठाकुर ने परिवार सहित एचपीसीए के मामलों में खूब कानूनी लड़ाई लड़ी और एक फाइटर की तरह जीत कर सामने आए। इसके बाद अनुराग ठाकुर ने राजनीति को ही अपना भविष्य चुना और लगातार लोगों के बीच रहकर उनकी आवाज बनकर हर मंच प्रापने प्रदेश व लोगों के हित की लड़ाई लड़ी। यही कारण है कि अनुराग ठाकुर छोटी-सी आयु में चौथी बार सांसद भी बन गए।
अनुराग के काम से प्रभावित होकर पीएम मोदी ने सौंपी बड़ी जिम्म्मेदारी
वहीं मोदी-2 सरकार में पहले अनुराग ठाकुर को राज्यमंत्री बनाया गया लेकिन डेढ़ वर्ष के भीतर ही अनुराग ठाकुर के कामकाज से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुराग ठाकुर को कैबिनेट मंत्री बना दिया। प्रधानमंत्री ने अनुराग को अहम महकमे भी दिए। अनुराग ठाकुर देश में खिलाडिय़ों व युवाओं के चहेते हैं और मीडिया में बेबाकी से सरकार के कामकाज की बात बड़े ही सही शब्दों में रखते हैं, जिसके चलते प्रधानमंत्री ने उन्हें युवा, खेल व सूचना प्रसारण मंत्री का मंत्रालय दिया है।
अनुराग के कैबिनेट मंत्री बनने से देश की राजनीति में बढ़ा हिमाचल का कद
हिमाचल से भारत सरकार में अनुराग ठाकुर के कैबिनेट मंत्री बनने से इसका लाभ हिमाचल को भी निश्चिततौर पर मिलेगा तथा देश की राजनीति में भी हिमाचल का कद अनुराग ठाकुर के मंत्री बनने से बढ़ा है। इसका अंदाजा आज हिमाचल के लोगों को भी हो गया है। यही कारण है कि हिमाचल में अक्सर चर्चा रहती है कि वीरभद्र सिंह के बाद अगर प्रशासनिक पकड़ व उनकी तरह लोकप्रियता कोई नेता नई पीढ़ी में उभरा है तो वह सिर्फ अनुराग ठाकुर ही हैं। यानि अनुराग ठाकुर से हिमाचल वासियों को भी बहुत उम्मीदें हैं तथा जिस गति से अनुराग ठाकुर परफॉर्म कर रहे हैं, उससे लगता है कि वह हमीरपुर व हिमाचल का नाम आगे चलकर और रोशन करेंगे।