काले झंडे दिखाकर CM जयराम का स्वागत करेगी किन्नौर कांग्रेस, जानिए क्यों

Tuesday, Oct 09, 2018 - 08:26 PM (IST)

रिकांगपिओ: हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकार को सत्ता में आए 9 माह का कार्यकाल समाप्त हुआ है और इस दौरान किन्नौर जिले का विकास पूरी तरह से ठप्प हो गया है। भाजपा सरकार के 9 माह का कार्यकाल किन्नौर जिले के लिए काले इतिहास के समान रहा इसीलिए अब जब भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर किन्नौर प्रवास पर आएंगे तो उनका स्वागत किन्नौर कांग्रेस द्वारा काले झंडों के साथ करेगी। यह बात पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष एवं विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में मीडिया से कहा।

किन्नौर में विकास पूरी तरह से ठप्प
उन्होंने कहा कि आज किन्नौर में विकास पूरी तरह से ठप्प है जो विकास के कार्य कांग्रेस शासन काल में शुरू हुए थे उस पर भी विराम लग गया है। उन्होंने कहा कि जनजातीय लोगों को नौतोड़ देने के लिए वर्ष 2016 से लेकर इस वर्ष के दिसम्बर माह तक एफ.सी.ए. को हटा दिया था लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद नौतोड़ मामले में कोई भी काम नहीं हुआ है। आज किन्नौर के करीब 7 हजार नौतोड़ के मामले ठंडे बॉक्स में पड़े हैं। सरकार ने मात्र किन्नौर जिले में 2 भाजपा के लोगों का नौतोड़ चोर रास्ते से स्वीकृत किया है।

छोटे से काम के टैंडर के लिए भी मुख्यमंत्री कार्यालय से सिफारिश
नौतोड़ मामले को विधानसभा के अंदर उठाने के बाद भी आज तक उस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि किन्नौर जिले में आई.पी.एच. व लोक निर्माण विभाग में छोटे से काम के टैंडर के लिए भी मुख्यमंत्री कार्यालय से सिफारिश आती है, जिससे मुख्यमंत्री के कार्यालय की गरिमा को भी चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि भाजपा के छुटभैया नेता जिले में छोटे से छोटे निजी काम के लिए भी मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो काम कांग्रेस सरकार ने शुरू किया था उन कार्यों को रोक दिया है। जिला किन्नौर का प्रशासन मुख्यमंत्री कार्यालय से रिमोट के माध्यम से काम कर रहा है। किन्नौर जिले के अंदर कुछ भी काम शुरू करने के लिए किन्नौर के अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के फोन का इंतजार करते हैं।

मॉक ड्रिल कर उड़ाया जा रहा आपदा प्रबंधन का पैसा
उन्होंने कहा कि जिला में आपदा प्रबंधन का एक दल कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में गठित किया गया था मगर भाजपा सरकार के सत्तासीन होने के बाद आपदा प्रबंधन दल को केवल स्कूलों में मॉक ड्रिल कर आपदा प्रबंधन का पैसा उड़ाने का कार्य किया जा रहा है जबकि जिले में जब भी आपदा होती है तो आपदा प्रबंधन का कार्य शून्य नजर आता है। हाल ही में हुई कार दुर्घटना में भी आपदा प्रबंधन दल को 6 किलोमीटर दूरी तय करने में 2 घंटे का समय लग गया था।

Vijay