खाकी की फिर हुई किरकिरी, हवालात में मुलजिम की नहीं यह ‘कानून’ की हत्या!

Thursday, Jul 20, 2017 - 09:36 AM (IST)

शिमला: शिमला के कोटखाई केस में खाकी वर्दी की एक बार फिर से किरकरी हुई है। हवालात में मुलजिम की नहीं ‘कानून’ की हत्या हुई है। देश के सर्वाधिक शांत राज्य में शुमार हिमाचल में पुलिस कस्टडी में एक आरोपी की हत्या ने पुलिस तंत्र को ही कठघरे में ला खड़ा किया है। शक के दायरे में थाने का स्टाफ भी है। थाने के अंदर खून हो जाए और उन्हें भनक तक न लगे, तो ऐसे में सवाल तो उठेंगे ही। पुलिस से लोग पहले ही खफा थे, हत्या मामले ने लोगों के आक्रोश को और ज्यादा भड़काने का काम किया। अमूमन राज्य के लोग शांतिप्रिय हैं। 


लोगों का खाकी वर्दी से भरोसा उठा 
वे शांतिपूर्ण तरीके से सड़कों पर तो उतरते रहे हैं, लेकिन उग्र प्रदर्शन कम ही करते हैं। लोगों का खाकी वर्दी से भरोसा उठ रहा है। उनका शक है कि थाने में हत्या रसूखदारों को बचाने के लिए की गई? ये पब्लिक है, ये सब जानती है। बुधवार को पूरा घटनाक्रम बड़ी तेजी से घटित हुआ। कोटखाई में थाने के बाहर उग्र प्रदर्शन हुआ। इससे यह मुद्दा और अधिक संवेदनशील हो गया है। विपक्ष का आरोप है कि प्रदेश में कानून का नहीं ‘जंगलराज’, ‘माफिया राज’ चल रहा है। शिमला में बालक युग के निर्मम हत्याकांड, करसोग में फोरैस्ट गार्ड होशियार सिंह के कथित कत्ल केस से लोगों का आक्रोश सड़कों पर आ गया था।