50 क्रॉनिक डिफाल्टरों पर 350 करोड़ रुपए बकाया, संपत्ति की नीलामी करेगा KCCB

Wednesday, Nov 27, 2019 - 09:56 PM (IST)

बड़ूही (ब्यूरो): कांगड़ा बैंक 50 क्रॉनिक डिफाल्टरों की सम्पत्ति की नीलामी करने जा रहा है, जिसमें पहले चरण में 8 फर्मों की नीलामी की जाएगी। बैंक का 350 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि इन्हीं 50 फर्मों के पास फंसी हुई है। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के चेयरमैन डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि बैंक को घाटे से उबारने के लिए सभी 18 जोन में व्यक्तिगत रूप से जाकर अधिकारियों को न केवल मोटिवेट किया गया है, साथ ही बैंक के रिकवरी सैल को हाईपर एक्टीवेट किया गया है। उन्होंने कहा कि विरासत में मिले सभी 50 बड़े क्रॉनिक डिफाल्टरों, जिन पर बैंक का 350 करोड़ रुपए बकाया है, उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

बैंक में नई भर्ती और नई ब्रांचों को खोलने के बारे में पूछे जाने उन्होंने कहा कि जब तक बैंक का एन.पी.ए. कम नहीं होता, तब तक न तो नई भर्ती और न ही बैंक नई ब्रांच खोलेगा। उन्होंने कहा कि एक वर्ष का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन यदि पहले एन.पी.ए. कम कर लिया गया तो इस पर विचार किया जाएगा। बैंक में पूर्व में हुई अनियमितताओं की जांच की बात और अब इन्हें ठंडे बस्ते में डालने के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपनी चार्जशीट में बैंक भर्ती में अनियमितताओं सहित अन्य जांच की बात कही थी, जिस पर जांच जारी है और यह अंतिम चरण में है। जांच का परिणाम बाहर आते ही कानूनन जो भी कार्रवाई बनती है वह की जाएगी।

मंदी के दौर में बैंक कैसे निपटेगा, एक और जहां राष्ट्रीय बैंकों का एकीकरण किया जा रहा है क्या कांगड़ा बैंक का भी विलय होगा, के पूछे प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मंदी की समस्या वैश्विक समस्या है लेकिन कांगड़ा बैंक मंदी में भी मजबूती से काम कर रहा है। हमने एनपीए कम किया है और पिछले वर्ष हमने 100 करोड़ रुपए रिकवर किए हैं। बैंक के पास 1000 करोड़ का रिजर्व फंड है। घबराने की कोई बात नहीं है, बैंक में सबका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि विरासत में मिले भारी एनपीए को हमने लगातार कम किया है। चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ते हुए रिकवरी सैल को हाईपर किया है वहीं बैंक ने अपने 100वें वर्ष में प्रवेश करने पर कई आकर्षक योजनाएं शुरू की हैं, जिससे निश्चित रूप से लाभ मिला है।

शांता के करीबी के रूप में जाने जाने वाले राजीव भारद्वाज को वर्तमान में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने में लाभ मिलेगा, पर उन्होंने कहा कि शांता कुमार उनके आदर्श हंै। राजनीति में जब आया तो सामने शांता का चेहरा था। मूल्यों, सिद्धांतों और पार्टी के प्रति समर्पण की राजनीति उनसे ही सीखी है। उन्होंने कहा कि उनकी कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रति भी उतनी ही श्रद्धा है, जिनका समय-समय पर असीम स्नेह मुझे मिला है।

पहले विधानसभा, फिर लोकसभा और अब धर्मशाला उपचुनाव के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष के लिए नाम चर्चा में है और बार-बार नाम आना क्या किसी पॉलिसी का हिस्सा है, का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह 31 वर्षों से भाजपा में हंै। यहां पार्टी जो आदेश करती है वही होता है। भाजपा का कोई कार्यकर्ता कभी भी किसी पद की दौड़ में शामिल नहीं होता है। किसको कब क्या भूमिका निभानी है, यह पार्टी तय करती है। मैं पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता होने के नाते जो भी आदेश होंगे, उसका सम्मान करूंगा।

Vijay