मिंजर मेले की तीसरी संध्या में Kaur B ने लगाया पंजाबी गीतों का तड़का

Tuesday, Jul 25, 2017 - 11:03 PM (IST)

चम्बा: ऐतिहासिक मिंजर मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या पूरी तरह से पंजाबी गायिका कौर बी के नाम रही। एक के बाद एक पंजाबी गीत पेश कर कौर बी ने युवाओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इस सांस्कृतिक संध्या का आगाज लोकगायन मुसाधा से हुआ। लोक गायक विशाल ने सज के न निकलो सोणयो व नी मैं कमली यार दी कमली पेश किया। रंजना म्यूजिकल ग्रुप ने पहाड़ी गीतों का गुलदस्ता पेश किया। पठानकोट के गायक आर्यन सचिन ने पंजाबी गीत पेश किए। चक्षु देव ने रैप गीत पेश किया। इसके बाद शिमला के मनोज म्यूजिकल गु्रप, भरमौर के लोक गायक कुशल कुमार व तारा म्यूजिकल गु्रप शिमला के कलाकार ने पहाड़ी गीत प्रस्तुत किए। श्याम दर्पण कला मंच चम्बा ने चंबयाली लोकनृत्य पेश किया।



संदीप एंड पार्टी ने पेश किया कुंजड़ी मल्हार
इसके बाद चम्बयाली कुंजड़ी मल्हार लोकगीत संदीप एंड पार्टी द्वारा पेश किया गया। वहीं एन.जैड.सी.सी. नॉर्थ जोन के कलाकारों ने मणिपुर, हरियाणा व पंजाब की लोक सांस्कृतिक की छठा बिखेरी। चम्बा के गायक सावन जरयाल ने पहाड़ी व पंजाबी व साहिल सरगम तथा नरेंद्र राही ने हिंदी व पंजाबी गीत गाए। 



मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या की मुख्यातिथि कांगड़ा-चम्बा की डिवीजनल कमिश्नर सुश्री नंदिता गुप्ता रहीं। मिंजर मेला आयोजन समिति एवं डी.सी. चम्बा ने मुख्यातिथि को स्मृतिचिन्ह, शॉल व टोपी भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर एस.पी. चम्बा डा. विरेंद्र तोमर, ए.डी.एम. चम्बा बलवीर ठाकुर व ए.सी. टू डी.सी. रम्या चौहान सहित अन्य मौजूद रहे।



शायरी से चरस पीने का संदेश देना कर गया लोगों को हैरान 
यूं तो प्रदेश सरकार भांग उखाड़ों अभियान को जोर-शोर से अंजाम दे रही है लेकिन मिंजर मेला की तीसरी सांस्कृतिक संध्या के मंच से शायरी के माध्यम से चरस पीने के संदेश दिए गए। हैरानी की बात है कि इस मौके पर डिवीजन कमिश्नर जोकि इस सांस्कृतिक संध्या की मुख्यातिथि थीं तो वहीं डी.सी. चम्बा व एस.पी. चम्बा सहित पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद था। इस बीच शायरी के माध्यम से चरस पीने का संदेश देना लोगों को हैरान कर गया। लोगों का कहना था कि अगर इसी प्रकार से सार्वजनिक मंच से इस प्रकार के संदेश लोगों को दिए जाते हैं तो फिर सरकार चरस यानी भांग उखाड़ो अभियान को अंजाम देने की जहमत क्यों उठा रही है।