AIIMS मुद्दे पर कौल सिंह ने किया बड़ा खुलासा, पढ़िए क्या कहा

Tuesday, Sep 19, 2017 - 10:01 AM (IST)

बिलासपुर: हिमाचल की राजनीति में इन दिनों एम्स संस्थान को बिलासपुर के कोठीपुरा में खोलने या न खोलने का मुद्दा बेहद गर्माया हुआ है। अब इस मुद्दे पर प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने एक बड़ा खुलासा किया है। बिलासपुर में आयोजित एक जनसभा में प्रदेश परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने कहा कि राज्यसभा सांसद जगत प्रकाश नड्डा के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद उनसे उनकी बात हुई थी, जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने उनसे कहा कि एम्स को हिमाचल के लिए तो दे दिया है, अब प्रदेश सरकार इसके लिए बिलासपुर में जगह दे दे तो बेहतर होगा जिसके बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स के खोले जाने को कैबिनेट में पास करवा दिया व इसके लिए 681 बीघा जमीन भी दे दी है। शेष बची वन भूमि की क्लीयरैंस के लिए भी अप्रूवल दे दी गई है। 


शीघ्र इसका शिलान्यास कर निर्माण कार्य शुरू करें
अब केंद्र सरकार को चाहिए कि वह शीघ्र  इसका शिलान्यास कर निर्माण कार्य शुरू कर दे। उन्होंने बताया कि उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को एम्स संस्थान का शीघ्र शिलान्यास करने का अनुरोध पत्र भी भेज दिया है लेकिन साथ ही उन्होंने यह कहते हुए तंज भी कस दिया कि उनकी जानकारी के अनुसार हिमाचल का एम्स संस्थान अभी सिर्फ केंद्रीय वित्त मंत्री जेतली के भाषणों में ही है व इसके लिए केंद्र सरकार की कैबिनेट ने अभी तक पैसे का कोई प्रावधान नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह हिमाचल के लोगों को सस्ती चीनी उपलब्ध करवाने पर घटाई गई सबसिडी को फिर से पहले की तरह दे, वहीं पैट्रोल के दाम कम करना भी केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। यहां तेल कंपनियां तो मालामाल हो रही हैं लेकिन डीजल-पैट्रोल खरीदने के लिए जेब आम आदमी की कट रही है।


बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर की चर्चा 
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों को निर्देश दे दिए गए हैं कि चिकित्सक मरीज की पर्ची पर जो दवाई लिखेंगे उसकी डुप्लीकेट यानी कार्बन कॉपी भी बनेगी जो अस्पताल के रिकार्ड में सेफ रहेंगी जिनका बाद में ऑडिट होगा कि कहीं कोई चिकित्सक किसी कंपनी विशेष की या कोई महंगी दवाई तो नहीं लिख रहा। ऐसा मामला पाया गया तो चिकित्सक पर कार्रवाई होगी क्योंकि अब प्रदेश सरकार प्रदेश के अस्पतालों में 330 किस्म की दवाइयां मुफ्त दे रही हैं, ऐसे में विशेष परिस्थितियों को छोड़कर मरीज से बाहर से दवाई खरीदवाने का कोई औचित्य नहीं है। 

जल्द खुलेगी हैल्थ साइंस यूनिवर्सिटी 
उन्होंने कहा कि शीघ्र ही हिमाचल में हैल्थ साइंस यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। इसे खोलने का प्रस्ताव विधानसभा में पास हो चुका है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से हिमाचल प्रदेश सरकार ने 100-100 मातृ-शिशु केंद्र मांगे थे जो मिल गए हैं तथा इन्हें प्रदेश के अस्पतालों में खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य मानक देश के अन्य राज्यों से सबसे उच्च हैं लेकिन हमें इन मानकों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लाना होगा।