फिर गूंजेगा कांगड़ा घाटी रेल लाइन को ब्रॉडगेज करने व विस्थापितों के पुनर्वास का मुद्दा

Tuesday, Feb 19, 2019 - 12:07 PM (IST)

 

धर्मशाला (जिनेश): 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर पुराने मुद्दों पर ही पार्टियों के प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाएंगे। लोकसभा चुनावों में कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र फिर से पुराने मुद्दों पर ही प्रत्याशियों का भविष्य तय करेगा। हालांकि वर्तमान सांसद ने अपने पिछले चुनाव में पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन को सामरिक व सुरक्षा की दृष्टि से ब्रॉडगेज करने का वायदा किया था, लेकिन ब्रॉडगेज किया जाना तो दूर की बात है, यह रेल लाइन एक इंच तक भी नहीं बढ़ पाई है। वहीं 47 साल के बाद भी पौंग बांध विस्थापितों को पुनर्वास दिलाने का वायदा भी हवा होकर रह गया है। जहां पर कांग्रेस पार्टी कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र में इन मुद्दों को लेकर सत्ताधारी भाजपा के 5 साल में इन बड़े मुद्दों पर असफल रहने की बातें जनता के सामने लाएगी, वहीं भाजपा इन मुद्दों को दबाने के लिए हाल ही में चलाई गई एक्सप्रैस ट्रेन का सहारा लेगी। साथ ही पौंग बांध विस्थापितों के लिए मुख्यमंत्री द्वारा बजट में पौंग विकास बोर्ड की स्थापना करके इन पिछले लोकसभा चुनाव के मुद्दों को पूरा करने की बात करेगी। 

कांग्रेस की मानें तो कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र में कई ऐसे मुद्दे हैं जो भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनावों में रखे थे, लेकिन उनमें 5 सालों में कोई भी कार्य नहीं किया गया है। कांग्रेस का कहना है कि मात्र चुनाव में जीतने के लिए भाजपा द्वारा ये शगूफे छोड़े गए थे, जिसमें जिला कांगड़ा के रेलवे विस्तार, पौंग बांध विस्थापितों का पुनर्वास, कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तारीकरण व फोरलेन प्रोजैक्ट हैं। कांग्रेस का कहना है कि इस लोकसभा चुनाव के दौरान उनके द्वारा कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र से राष्ट्रीय मुद्दों को तो उठाया ही जाएगा] साथ ही जो पुराने मुद्दे इस संसदीय क्षेत्र से भाजपा ने उठाए थे, उनका भी चिट्ठा जनता के समक्ष रखा जाएगा। भाजपा द्वारा पिछले लोकसभा चुनावों में कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र में चम्बा में सीमैंट प्लांट को बनाने की भी बातों को कांग्रेस चुनावों में मुद्दा बनाएगी। कांग्रेस का कहना है कि पिछले 5 सालों से जनता को इस सीमैंट प्लांट की बातें तो सुनने को हमेशा ही मिलीं, लेकिन यह सीमैंट प्लांट धरातल पर भाजपा पिछले 5 सालों में नहीं उतार पाई है। 

केंद्रीय विश्वविद्यालय पर भी एक-दूसरे पर लगेंगे आरोप-प्रत्यारोप

केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर जहां भाजपा 21 फरवरी को इसका शिलान्यास केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा करवाने जा रही है, वहीं कांग्रेस इस शिलान्यास को चुनावी स्टंट बता रही है। केंद्रीय विश्वविद्यालय का मुद्दा भी कांग्रेस-भाजपा में लोकसभा चुनावों में गूंजेगा। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य उनके कार्यकाल में पूरा कर दिया गया था, लेकिन भाजपा ने इस पर राजनीति की व इसके निर्माण में रोड़ा डालती रही, जबकि भाजपा केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर कांग्रेस की नाकामी करार दे रही है। भाजपा का कहना है कि जब कांग्रेस की प्रदेश में सरकार थी तो केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए एक पत्ता तक नहीं हिलाया गया था तथा जैसे ही भाजपा की सरकार प्रदेश में आई तो तमाम औपचारिकताएं पूरा करके अब वे इसका शिलान्यास करवा रहे हैं।

Ekta