कालका-शिमला NH पर सवारियों से भरी निजी बस के ऊपर गिरे पत्थर

Thursday, Jul 04, 2019 - 04:48 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): कालका-शिमला हाईवे पर गुरुवार सुबह से हुई तेज बारिश के कारण परवाणु से सोलन की ओर जा रही एक निजी बस पर पत्थर गिर गए। गनीमत यह रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और न ही किसी को कोई चोटें आई हैं। अगर बस के ऊपर अधिक मलबा गिरता तो यहां पर स्थिति कुछ और देखने को मिलती। पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण बस के आगे का शिश टूट गया। तेज बारिश के कारण हाईवे में जगह-जगह पर पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला जारी है। ऐसे में हर समय हाईवे में कोई बड़ा हादसा होने की संभावना बनी हुई है। हालांकि फोरलेन निर्माण कंपनी ने सुरक्षा की दृष्टि से मलबा गिरने वाले संभावित जगहों पर फोरलेन की एक लेन को पूरी तरह से बंद किया हुआ है।  

उल्लेखनीय है कि कालका-शिमला हाईवे में फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिया यहां पर सैकड़ों फिट ऊंची पहाड़ी की कटिंग की गई हैै। मौजूदा समय की बात की जाए तो परवाणु से लेकर धर्मपुर तक जगह-जगह ऐसे प्वांइट बने हुए हैं जहां पर लगातार पहाड़ी से मलबा गिर रहा है। हालांकि फोरलेन निर्माण कंपनी ने इन जगहों पर पहाड़ी को खिसकने से रोकने के लिए कई उपाय किए लेकिन फोरलेन निर्माण कंपनी द्वारा किए गए सभी उपाय विफल साबित हुए हैं।  

हाईवे में बारिश से बना खतरों से भरा सफर

हाईवे में मौजूदा समय में सफर करना खतरे से खाली नहीं है। अभी फिलहाल एक दिन की बारिश के कारण पहाड़ी से मलबा सिर्फ एक लाइन पर ही गिर रहा है लेकिन कुछेक जगह ऐसे है जहां पर दूसरे लाइन तक मलबा पहुंच रहा है। ऐसे में कभी भी कोई इसकी चपेट में आ सकता है। 

बारिश ने खोली फोरलेन निर्माण की पोल

इस साल की पहली बारिश ने ही फोरलेन निर्माण की पोल खुल गई है। फोरलेन निर्माण कंपनी का दावा है कि तकरीबन फोरलेन निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है लेकिन ऐसे में यह सवाल खड़े होते हैं कि अगर बरसात में मलबा गिरने का सिलसिला जारी रहा तो फोरलेन को बनने में कितना समय लगेगा। कब पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला खत्म होगा। हाईवे में सनवारा के समीप, रेलवे फाटक, जाबली के समीप, चक्की मोड़ व तंबू मोड़ के बीच में अधिक खतरा बना हुआ है। 

Ekta