महीना पहले शुरू किए गौ अभ्यारण्य में 400 की जगह ठहराए 870 पशु; 3 माह में 300 की मौत

Monday, Mar 28, 2022 - 09:20 PM (IST)

ज्वालामुखी (नितेश): ज्वालामुखी के लुथान में पशुपालन विभाग की ओर से करीब 4 करोड़ की लागत से बनाया गया गौ अभ्यारण्य केंद्र बेसहारा गौवंश के लिए मौत का काल बन गया है। तपती गर्मी में गौवंश तड़प-तड़प कर मरने को मजबूर है। 20 जनवरी को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धर्मशाला से वर्चुअली उद्घाटन करने से पहले ही किसानों की मांग पर इसे एक महीना पहले शुरू कर दिया गया था। चौंकाने वाली बात है कि 3 महीने के भीतर ही गौ अभ्यारण्य में 300 बेसहारा पशुओं की जान जा चुकी है, जबकि कई अन्य मरने की कगार पर हैं। यहां इनकी देखरेख कर रहे विभाग व संचालकों का तर्क है कि लोगों ने कुछ बीमार पशु यहां छोड़े थे। दूसरी वजह यह भी है कि यहां पर 400 पशुओं के शैड में 870 बेसहारा पशुओं को रखा गया था। इतनी संख्या में पशुओं के होने से यहां भगदड़ और गर्मी भी मौत का कारण बनी है। इस समय गौ अभ्यारण्य में बेसहारा पशुओं की संख्या 877 है। इनमें से 500 के करीब गौवंश यहां अव्यवस्थाओं के चलते मरने की कगार पर है। किसी बेसहारा पशु को सिर ढकने के लिए न कोई शैड है और न ही कोई पेड़।

चारे के भंडार के लिए बनाया डंगा भी धंसा  
गौ अभ्यारण्य में 4 महीने पहले बनाया चारे के भंडार भवन का डंगा भी धंस गया है। दीवारों में गहरी दरारों को पुट्टी से भरा गया है। विभाग का तर्क है कि निर्माण के समय कुछ समस्या आई थी, जिसे बाद में सही किया गया है।

पशुओं के लिए 2 पानी के चट्ठे, हरे चारे के नाम पर मिट्टी
यहां 877 पशुओं के लिए मात्र 2 पानी के च_े हैं। हरे चारे की कोई व्यवस्था नहीं है और जिस 20 हैक्टेयर क्षेत्र को चारागाह भी कहा जा रहा है, वहां मात्र मिट्टी व बालू के ढेर हैं। सैंकड़ों पशु भूख व तपती गर्मी के कारण बेहद दुबले हो चुके हैं, जो धीरे-धीरे तड़प-तड़प कर मरने को मजबूर हैं।

जल्दबाजी में खुलवा दिया गौ अभ्यारण्य, नहीं बनाया ग्रीन एरिया
गौ अभ्यारण्य लुथान में सैंकड़ों के पेट भूख के कारण अंदर की तरफ पिचक गए हैं। 450 कनाल के गौ अभ्यारण्य में पशुओं के चरने के लिए हरे घास का एक तिनका भी नहीं है। विभाग ने सरकार से शाबाशी लेने के लिए आनन-फानन में गौ अभ्यारण्य तो खुलवा दिया, लेकिन न तो उनके चरने के लिए ग्रीन एरिया डिवैल्प किया और न ही सर्दी व गर्मी से बचने के लिए छत का इंतजाम किया है।

4 करोड़ में से 3 करोड़ का गड़बड़झाला
वरिष्ठ प्रवक्ता प्रदेश कांग्रेस पूर्व विधायक संजय रतन का कहना है कि गौ अभ्यारण्य लुथान भ्रष्टाचार का अड्डा है। यहां 4 करोड़ में से 3 करोड़ का गड़बड़झाला हुआ है। हर दिन 5 से 10 पशु भूख व ठंड से मर रहे हैं। अच्छा होता मुख्यमंत्री खुद आकर इसका उद्घाटन करते। हम इस मामले को विजीलैंस की जांच के लिए आगे करेंगे। कांग्रेस जयराम सरकार के खिलाफ आने वाली चार्जशीट में इस गौ अभ्यारण्य को प्राथमिकता से जगह देगी।

अभी ही शुरू हुआ, कुछ कमियां तो रहेंगी
उपनिदेशक पशुपालन विभाग धर्मशाला संजीव धीमान का कहना है कि अभी गौ अभ्यारण्य शुरू हुआ है और कुछ कमियां रहेंगी। जानवरों के चरने के लिए ग्रीन लैंड डिवैल्प करने के साथ यहां शैल्टर भी बनाए जाने हैं। पानी पीने के लिए भी और निर्माण होना है। डंगे व दीवारों में दरारें हमारे ध्यान में थीं, जिन्हें ठीक करवा दिया गया है। पशुओं के मरने की सूचना है, लेकिन यह नहीं कह सकते कि सभी भूख से मरे हों। कुछ हो सकते हैं। हम जानवरों के ठहरने सहित चारे को लेकर भी सतर्क हैं। हरे चारे की व्यवस्था भी हो रही है।

गौवंश को देखकर व्यथित हूं : अभिषेक
गौ अभ्यारण्य लुथान का दौरा करके लौटे भाजपा जिला देहरा संगठन महामंत्री एवं एडवोकेट अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि यहां गौवंश की हालत देखकर मैं व्यथित हूं। सरकार ने करोड़ों की राशि खर्च की लेकिन अफसरशाही की नाकामी बेसहारा जानवरों की मौत का कारण बन रही है। जल्द ही गौ अभ्यारण्य में व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए प्रशासन को ज्ञापन देंगे। ऐसा नहीं हुआ तो वह गौ अभ्यारण्य के बाहर धरने पर बैठेंगे।

 

Content Writer

Kuldeep