75 वर्षीय बुजुर्ग के लिए फरिश्ता बनी ज्वालाजी पुलिस, परिजनों से मिलाया

Saturday, Dec 28, 2019 - 03:24 PM (IST)

ज्वालामुखी (नितेश) : 75 वर्षीय बुजुर्ग को उसके परिवार से मिलवाने के लिए ज्वालाजी पुलिस के दो सिपाही हैड कांस्टेबल सुमन ओर आरक्षी सुशील कुमार फरिश्ता बने। इन्होंने बीते 4 माह से लापता बुजुर्ग को जहां परिवार के सदस्यों से मिलवाया, वहीं स्थानीय प्रसाशन से 5 हज़ार रुपय की आर्थिक सहायता भी प्रदान करवाई। दरअसल ज्वालाजी पुलिस को बीते 24 दिसम्बर को स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि एक बुजुर्ग मुख्य मंदिर मार्ग के गेट नम्बर-1 में बेसुध होकर गिरा पड़ा है और ठंड से कांप रहा है, ऐसे में सूचना मिलते ही दोनों पुलिस कर्मचारी मौके पर गए व इसके बाद इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए बुजुर्ग को ज्वालाजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां उसका उपचार हुआ। इस बीच पुलिस ने बुजुर्ग से जानकारी हासिल करनी चाही लेकिन बुजुर्ग अपने बारे कुछ नही बता पाया।

इस बीच पुलिस ने बुजुर्ग की बातचीत से पता लगाया कि शायद ये बुजुर्ग विहार का रहने बाला है, ऐसे में स्थानीय बिहारी लोगों की मदद से पुलिस ने बुजुर्ग से जानकारी हासिल करने की कोशिश की। काफी समय के बाद एक अक्षर जो बुजुर्ग ने कहा उसके दम पर पुलिस ने गूगल का सहारा लेकर उसके घर का पता लगाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस की तहसील फरिंडा के सर्कल ऑफिसर अशोक कुमार से सम्पर्क हुआ जिसे बुजुर्ग की फोटो फोन के माध्य्म से भेजी गई। इस दौरान पुलिस को पता चला कि उक्त बुजुर्ग का नाम शिवनाथ है और वह गांव प्रशादचक जिला महाराजागंज उत्तरप्रदेश के रहने बाला है, ऐसे में इसके बाद इस बारे उसके परिवार के सदस्यों को बताया गया व उसके परिजनों में बुजुर्ग की बहू मंगरी देवी अपने ससुर को लेने थाने पहुंची। इस दौरान पुलिस ने कागजी कार्रवायी करने के बाद दोनों को अपने शहर भेज दिया। वहीं महिला के पास पैसे न होने के चलते उसे स्थानीय प्रसाशन से 5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान करवाई।

पुलिस की तफ्तीश में ये आया सामने

बुजुर्ग के परिवार का पता करने के दौरान सामने आया कि वह अपनी पौत्री जो उत्तर प्रदेश में ही कहीं रहती है उससे मिलने अक्सर जाया करता था कि इसी बीच एक दिन वही 5 महीने पहले गायब हो गया, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों द्वारा थाना कनूई उत्तर प्रदेश में भी दर्ज करवाई गई थी। इधर, बुजुर्ग के मिल जाने के बाद उसके परिजनों के चेहरे में खुशी देखते ही बनती थी। वहीं ससुर को पाने के बाद उसकी बहू मंगरी देवी ने ज्वालाजी पुलिस का आभार प्रकट किया।
 

 

 

kirti