टैक्स चोरी के मामले में 2 उद्योगपतियों को गिरफ्तार करने वाले अधिकारी ने दिया इस्तीफा

Wednesday, Jun 12, 2019 - 10:14 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): राज्य कर एवं आबकारी विभाग में संयुक्त सचिव डॉ. सुनील कुमार ने अचानक इस्तीफा दे दिया है। इसके कारण विभाग की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। विभाग में डॉ. सुनील की छवि एक ईमानदार अफसर की है। यही कारण है कि विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी उनके समर्थन में उतर गए हैं। उनके इस्तीफे के कारणों का अभी पता नहीं चला है। विभाग की आंतरिक राजनीति उनके इस्तीफे की वजह हो सकती है। एक ईमानदार ऑफिसर के इस्तीफा देने के कारण प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरैंस के दावों की पोल खुल गई है।

15 करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले 2 उद्योगपति किए थे गिरफ्तार

डॉ. सुनील ने राज्य कर एवं आबकारी विभाग के प्रवर्तन दक्षिणी वृत्त परवाणु में संयुक्त आयुक्त रहते हुए दिसम्बर माह में फर्जी फर्में बनाकर 150 करोड़ रुपए का कारोबार कर प्रदेश के राजस्व को 15 करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले 2 उद्योगपतियों को गिरफ्तार किया था। विभाग की यह टैक्स चोरी के मामले में पहली गिरफ्तारी थी। इसी तरह नवम्बर माह में टैक्स चोरी के मामले में ऊना के कार कारोबारी को करीब 27 करोड़ रुपए का जुर्माना किया था। इस कारोबारी द्वारा साल में 90 करोड़ रुपए का कारोबार करने के बावजूद सरकारी खजाने में टैक्स जमा नहीं किया जा रहा था। इसी तरह बद्दी के एक उद्योग द्वारा 3 फर्जी फर्में बनाकर टैक्स चोरी करने पर 20 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था।

टैक्स चोरी का बड़ा मामला पकड़ने के बाद हुआ था तबादला

इसके अलावा शिमला की 4 एकैडमियों के जी.एस.टी. की चोरी के मामले का पर्दाफाश भी किया था। उनके नेतृत्व में दक्षिण वृत्त परवाणु ने टैक्स चोरी के कई मामले पकड़ कर सरकारी खजाने में करोड़ों रुपए का राजस्व जमा किया था। दिसम्बर माह में टैक्स चोरी का बड़ा मामला पकड़ने के बाद उनका शिमला स्थित मुख्यालय को अचानक तबादला हो गया। अब उनके अचानक इस्तीफे की खबर आई है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग के सचिव जे.सी. शर्मा ने उनके इस्तीफे की पुष्टि करते हुए बताया कि उनके इस्तीफे को मंजूर नहीं किया गया। इस्तीफे के क्या कारण होंगे, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।

Vijay