जिप कर्मचारियों की हड़ताल जारी, समर्थन में उतरा कांग्रेस सेवादल चुराह

Saturday, Jul 02, 2022 - 03:59 PM (IST)

तीसा (सुभान दीन): विकास खंड तीसा में जिला परिषद अधिकारी व कर्मचारी महासंघ की कलम छोड़ो अनिश्चितकालीन हड़ताल छठे दिन भी जारी रही। हड़ताल के चलते लोग कार्यालयों के चकर काट रहे है, लेकिन कोई काम नहीं हो रहा है। विकास खंड तीसा के पंचायत कार्यालय पूरी तरह सूने हो गए है। वहीं कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में अब राजनितिक दल भी खुलकर आगे आ रहे है। शनिवार को काग्रेस सेवादल चुराह का प्रतिनिधिमंडल जिप अधिकारी व कर्मचारी महासंघ तीसा के समर्थन में आगे आया। इस दौरान कांग्रेस सेवादल चुराह के अध्यक्ष प्रकाश भूटानी ने कर्मचारियों के समर्थन ने सी.एम. को ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा कि जिप कर्मचारी सरकार के हर विभाग के कार्य की रूप रेखा तैयार करते हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ जिप कर्मचारी मानना सही नहीं है। इन कर्मचारियों की मांग विभाग में विलय करना है। सरकार को इनकी मांग पूरी करनी चाहिए, ताकि रुके विकास कार्य व लोगों के काम हो सके। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद के कर्मचारी एवं अधिकारी पिछले लगभग 22 वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रो में ग्राम पंचायतों के साथ मिलकर अपनी सेवाएं दे रहे है।

गांव के विकास के लिए एवं ग्रामीण लोगों को रोजगार प्रदान करने में इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। पैदल रास्तों, पगडडियों, बर्फ से लदे हुए पहाड़ों, घने जगलों, नालों व बारिश की परवाह किए बिना सभी कर्मचारी एवं अधिकारी ईमानदारी से अपनी सेवाएं दे रहे है। छह दिन से सभी कर्मचारी हडताल पर है एक तरफ बेरोजगारी दूसरी तरफ महगाई के वातावरण में इनकी हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों की 80 प्रतिशत आबादी के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो रहे है। आज ग्रामीण क्षेत्र के लोग ग्राम पंचायत में छोटे छोटे काम ना होने की वजह से परेशान भी है। अभी तक सरकार का ध्यान इस तरफ बिल्कुल नहीं जा रहा है। प्रकाश भूटानी ने सरकार से मांग की है कि इन जिप कर्मचारियों एवं अधिकारियों को इनकी मांग अनुसार इन्हें ग्रामीण विकास विभाग या पंचायती राज विभाग में समायोजित करके अन्य कर्मचारियों की तरह इन्हें सभी सुविधाएं दी जाए। जिप अधिकारी व कर्मचारी महासंघ इकाई तीसा के अध्यक्ष राकेश कुमार व मीडिया सचिव किशोरी लाल ने बताया की महासंघ की एक ही मांग है ग्रामीण विकास विभाग या पंचायती राज विभाग में विलय। जब तक सरकार उनकी मांग को पूरा नहीं करती तब तक उनकी कलम छोडो अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।

 

Content Writer

Kaku Chauhan