JBT काउंसलिंग में धक्का-मुक्की, अभ्यर्थियों की भीड़ के आगे छोटा पड़ गया कैंपस

Thursday, Jul 27, 2017 - 10:56 AM (IST)

शिमला: जेबीटी के 118 पदों की काउंसलिंग के लिए शिमला पहुंचे अभ्यर्थियों में उस समय धक्का-मुक्की शुरू हो गई जब स्कूल का कैंपस बारिश और भीड़ के आगे छोटा पड़ गया। इस दौरान काउंसलिंग में व्यवस्थाओं की कई खामियां नजर आई। राज्य भर से युवा काउंसलिंग के गर्ल्स स्कूल लक्कड़ बाजार पहुंचे थे। बारिश और भीड़ के आगे स्कूल का कैंपस छोटा पड़ गया। अभ्यर्थी बारिश में भीगते रहे। काउंसलिंग के लिए कमरों में पांव रखने को जगह नहीं मिली। इस दौरान अभ्यर्थियों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कैंपस में पुलिस के जवानों ने स्थिति पर काबू पाया। अलग-अलग जिलों से जेबीटी प्रशिक्षित और टेट पास 2412 अभ्यर्थी काउंसलिंग में पहुंचे थे।  


काउंसलिंग में कई खामियां नजर आई
सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर बार करीब 4 बजे तक चली इस काउंसलिंग की कई खामियां नजर आई। अभ्यर्थियों के टेट पास और आवश्यक पात्रता शर्तों के मुताबिक शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्रों की जांच की गई। काउंसलिंग के लिए स्कूल परिसर में अलग-अलग कमरों में दो-दो जिलों को मिलाकर काउंसलिंग पैनल बिठाए गए थे। कमरों के बाहर भारी संख्या में सुबह 9 बजे से ही भारी भीड़ जुट गई थी। उप-निदेशक कार्यालय के मांग करने के बावजूद शुरूआती दौर में वहां सुरक्षा को कोई पुलिस या गृहरक्षक तक नहीं था।


पोर्टमोर, छोटा शिमला स्कूल होता तो न होती परेशानी 
उप निदेशक शिमला कार्यालय को चाहिए था कि काउंसलिंग पोर्टमोर, छोटा शिमला और लालपानी जैसे खुले परिसर में करवाई जाती। सिरमौर से बेटी की काउंसलिंग के लिए पहुंचे ललित मोहन और बिलासपुर के मुकेश ने कहा कि हजारों की तादाद में युवाओं का जुटना तय था, बावजूद इसके काउंसलिंग के लिए व्यवस्थागत खामियां बहुत थी। 


4 बजे तक पूरी की काउंसलिंग
उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा राकेश वशिष्ठ ने माना कि स्कूल परिसर छोटा था, मगर 4 बजे तक सभी 2412 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग पूरी कर ली गई थी। प्रक्रिया में डाइट से बारह कर्मी और उप निदेशक कार्यालय और बीपीईओ कार्यालय से अधीक्षक ग्रेड टू राजेश कुमार गुप्ता सहित 29 कर्मचारी पैनल में बिठाए गए थे।