ज्वालामुखी मंदिर में टूटी सदियों पुरानी परंपरा, जानिए पूरा मामला

Wednesday, Aug 28, 2019 - 05:06 PM (IST)

कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के विश्वप्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में सदियों पुरानी परंपरा टूटी है। दरअसल मंदिर के कपाट विवाद की वजह से 2 घंटे बंद रहे। दोपहर की आरती, भोग और मंदिर की सफाई के लिए साढ़े 11 बजे से साढ़े 12 बजे तक रोजाना मंदिर के कपाट बंद होते हैं, जबकि बुधवार को मंदिर के कपाट, 11:30 बजे से 1:30 बजे तक बंद रहे।

ये है मामला

बता दें कि एक सफाई कर्मी छुट्टी पर था। उक्त कर्मचारी मणिमहेश यात्रा पर दर्शनों के लिए गया हुआ था। जब दूसरे कर्मचारी ने सफाई करने से मना कर दिया तो पुजारियों ने खुद मंदिर में सफाई की और बाद में माता भोग और आरती की। कर्मचारी का तर्क था कि उन्हें किसी का भी आदेश नहीं मिला है। पिछली 12 अगस्त ज्वालामुखी मंदिर में दोपहर की आरती के दौरान शहनाई वादकों के ड्यूटी से गायब रहने पर मंदिर अधिकारी तहसीलदार बीडी शर्मा ने नाराजगी जताते हुए मंदिर कार्यालय को आदेश दिए हैं कि शहनाई वादकों की अबसेंट लगाई जाए। इस मामले को अनुशासनहीनता के दायरे में लाकर शहनाई वादकों के खिलाफ नोटिस निकाले जाएं। मंदिर न्यास सदस्य शैलेश शर्मा ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मंदिर के सभी कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करनी चाहिए। इस मामले में कड़ा संज्ञान लिया गया है। इस पूरे मामले पर राज्य योजना बोर्ड उपाध्यक्ष एवं ज्वालामुखी के विधायक रमेश ध्वाला ने जांच के आदेश दिए हैं।

Ekta