पत्नी ने शादी के जोड़े में दी अंतिम विदाई...पिता ने किया सैल्यूट, मासूम बेटे निहारते रहे पार्थिव देह; ITBP जवान अकंज कुमार पंचतत्व में विलीन
punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 11:37 AM (IST)

नूरपुर (संजीव): जिला कांगड़ा के विधानसभा क्षेत्र जवाली के तहत ग्राम पंचायत जोल में उस वक्त मातम छा गया, जब भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान अंकज कुमार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर उनके पैतृक घर पहुंचा। पार्थिव देह पहुंचते ही परिजनों की चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। अंकज कुमार उत्तराखंड के अल्मोड़ा में ITBP में बतौर चालक कार्यरत थे। बुधवार को ब्रेन स्ट्रोक के कारण उनका निधन हो गया था। शुक्रवार को जैसे ही उनका पार्थिव शरीर घर लाया गया, उनके माता-पिता, पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शहीद के पिता ठाकुर सिंह, माता कांता देवी और पत्नी सपना देवी शव से लिपटकर बिलखते रहे।
यह एक हृदय विदारक क्षण था जब शहीद की पत्नी ने शादी के जाेड़े में और पिता ठाकुर सिंह ने अपने बेटे के पार्थिव शरीर को सैल्यूट कर अंतिम विदाई दी। अंकज के दोनों बेटे 10 वर्षीय आदित्य और 8 वर्षीय सूर्यांश, शायद इस बात से अंजान थे कि उनके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है। वे मासूमियत से अपने पिता की पा्र्थिव देह को निहारते रहे, उन्हें यह पता भी नहीं था कि अब उन्हें अपने पिता के दोबारा दर्शन नहीं होंगे।
शहीद की पार्थिव देह को श्मशान घाट तक ले जाया गया, जहां नायब तहसीलदार कोटला कोविंदर चौहान, भाजपा नेता संजय गुलेरिया और पूर्व विधायक अर्जुन ठाकुर ने पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्मशान घाट पर आईटीबीपी की उस टुकड़ी ने भी हवाई फायर कर अंतिम सलामी दी, जो शहीद की पार्थिव देह को लेकर आई थी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंकज कुमार का अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े बेटे आदित्य ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दुखद घड़ी में शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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