ISBT की संचालक कंपनी ने जारी किया नया फरमान, निजी बस ऑप्रेटरों ने खोला मोर्चा (Video)

Thursday, Jan 30, 2020 - 04:46 PM (IST)

ऊना (अमित): ऊना के नए बस स्टैंड आईएसबीटी का संचालन करने वाली कंपनी की मनमानी को लेकर निजी बस ऑप्रेटर आगबबूला हो गए हैं। बस स्टैंड संचालकों द्वारा बस स्टैंड में प्रत्येेक रूट पर 100 रुपए वसूलने के फरमानों को लेकर गुस्साए निजी बस ऑप्रेटरों ने प्रबंधन के कार्यालय में जाकर जमकर नारेबाजी की। वहीं बस स्टैंड में भी बस स्टैंड प्रबंधक, सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। निजी बस ऑप्रेटर यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर बस स्टैंड प्रबंधन द्वारा जारी किए नए फरमानों को रद्द न किया तो सड़कों पर उतरने के साथ-साथ बलिदान देने से पीछे नहीं हटेंगे।

निजी बस ऑप्रेटर यूनियन के जिलाध्यक्ष पवन ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार द्वारा बनाए गए आईएसबीटी बस स्टैंड को अभी 2 माह ही हुए हैं और बस स्टैंड के ठेकेदार ने फरवरी माह से बसों की पर्ची प्रति चक्कर के हिसाब से लेने के फरमान जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले प्रति बस के हिसाब से पर्ची लगती थी लेकिन अब प्रति चक्कर के हिसाब से 100 रुपए शुल्क लिया जाएगा, जिसे निजी ऑप्रेटर सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अगर ठेकेदार ने हमारे साथ धक्का किया तो ठेकेदार की ईंट से ईंट बजा देंगे, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व सरकार की होगी।

यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर राजू ने कहा कि नवम्बर माह में आईएसबीटी के शुरू होते ही पर्ची का शुल्क 100 रुपए तय किया गया। लेकिन अब 2 माह के बाद ही बस स्टैंड प्रबंधन द्वारा नए फरमान जारी कर दिए गए कि बसों के प्रत्येक रूट पर 100 रुपए शुल्क लिया जाएगा, जिसका निजी बस ऑप्रेटर यूनियन विरोध करती है। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के किसी भी बस स्टैंड में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड में मुसीबतों का पहाड़ है। बसों को आधे घंटे से ज्यादा पार्किंग नहीं है। चालक व परिचालक को आराम करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है।

बस स्टैंड संचालन कंपनी के जीएम परवेश का कहना है कि सरकार द्वारा समझौता हुआ है कि बस स्टैंड में प्रत्येक रूट पर बसों से 100 रुपए की पर्ची ली जाएगी। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड के शुरू होने पर रूट के हिसाब से शुल्क नहीं लिया जाता था लेकिन फरवरी माह से प्रति रूट के हिसाब से 100 रुपए की पर्ची ली जाएगी।

Vijay