Budget Session : IPH मंत्री बोले-3 सालों में पाइप खरीद मामले की जांच करेगी सरकार

Wednesday, Mar 14, 2018 - 06:57 PM (IST)

शिमला: सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि गत 3 वर्षों में पाइप खरीद मामले की जांच होगी। इसके अलावा सी.वी.सी. गाइडलाइन के साथ हुई छेड़छाड़ मामले की सरकार पड़ताल करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पाइपों की खरीद के लिए मंडल स्तर से लेकर मुख्य अभियंता स्तर पर कमेटी बनी हुई है। इनकी सिफारिशों के आधार पर प्रदेश स्तर पर बैठक होती है, जिसमें पाइपों की खरीद का निर्णय लिया जाता है। मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए की जाने वाली पाइप खरीद के लिए 15 मार्च को विभागीय स्तर पर बैठक होगी, जिसमें सरकार सभी सुझावों पर अमल करेगी। उन्होंने यह जानकारी विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक बलबीर सिंह वर्मा की तरफ  से पूछे गए प्रश्न के उत्तर में दी। विधायक सुरेश कश्यप, नरेंद्र ठाकुर और मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले को लेकर अनुपूरक प्रश्न पूछे।

पूर्व सरकार में 2 कंपनियों को पहुंचाया गया फायदा 
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गत 3 वर्षों में विभाग की तरफ  से पानी की विभिन्न व्यास की कुल 44,013 मीट्रिक टन जी.आई. पाइप और 8,89,270 मीटर एच.डी.पी.ई. पाइप का क्रय ओपन टैंडर से किया गया। इस अवधि में 3 वर्षों में विभिन्न व्यास की 5,21,649 मीटर एम.एस.ई.आर.डब्ल्यू. पाइप, 1,55,755 मीटर एच.डी.पी.ई. पाइप, 57,492 मीटर जी.आई. पाइप और 69,070 मीटर आर.सी.सी. पाइप के माध्यम से ठेकेदारों की तरफ  से विभिन्न कार्यों के लिए स्वयं क्रय की गई। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय सी.वी.सी. की गाइडलाइन के साथ छेड़छाड़ की गई। इससे कई इंपैनल कंपनियां बाहर हो गईं और 2 कंपनियां ही बचीं, ऐसे में लगता है कि 2 कंपनियों को लाभ प्रदान करने के लिए फ ायदा पहुंचाया गया। 

रेट कम मिला तो ओपन मार्कीट से पाइपें खरीदने पर करेंगे विचार 
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि वर्ष 2015-16 में 3 लाख 42 हजार 192 मीटर के करीब पाइपें 105 करोड़ से खरीदी गईं। वर्ष 2016-17 में 1 लाख 7 हजार के करीब पाइपें 312 करोड़ में खरीदी गईं और अब 2017-18 में 72,327 मीटर पाइपें 20 करोड़ से खरीदी गईं। उन्होंने कहा कि पाइपों की खरीद में आया यह अंतर भी जांच का विषय है। विधायक मुकेश अग्निहोत्री ने टैंडर रेट कांटै्रक्ट और बाजार रेट को ध्यान में रखकर पाइपों की खरीद करने का आग्रह किया। इस पर मंत्री ने कहा कि यदि खुले बाजार में पाइपों का रेट कम मिलता है, तो ओपन मार्कीट से भी इसकी खरीद करने पर विचार किया जा सकता है। विधायक बलबीर सिंह वर्मा ने पाइपों का रेट कांटै्रक्ट टैंडर में अधिक होने का मामला उठाया। महेंद्र सिंह ने विधायकों के प्रश्न के उत्तर में छोटी कंपनियों से भी पाइप को खरीदने पर विचार करने की बात कही।