शिमला में पानी संकट को लेकर एक्शन में आए IPH मंत्री, कटवाए कनेक्शन

Wednesday, May 30, 2018 - 09:16 AM (IST)

शिमला: राजधानी शिमला में पानी की त्राहि के बीच जयराम सरकार के आईपीएच मंत्री महेंद्र ठाकुर एक्शन में आए। ठाकुर ने जब सख्ती के साथ एम.सी. अधिकारियों से शिमला में पानी की कमी की वजह पूछी तो पता चला कि राजधानी में कुछ बड़े नेताओं, रसूखदारों और होटल मालिकों को मेन लाइन से कनैक्शन दिए गए हैं। इस वजह से प्रभावशाली लोगों के घरों में 24 घंटे पानी चल रहा है। बकौल मंत्री ऐसे लोग रोजाना खुद तो नहाते ही हैं, साथ में कुत्तों का भी हर रोज स्नान करवा रहे हैं। दूसरी तरफ आम जनता पानी को तरस रही है। सिंह ने एम.सी. शिमला को ऐसे लोगों का पता लगाने के निर्देश दिए हैं जिन्हें कई सालों पहले स्टोरेज टैंक से पहले मैन लाइन से पानी के कनैक्शन दिए गए हैं। 


उन्होंने ऐसे सभी लोगों के कनैक्शन काटने को कहा है। कायदे से किसी को भी स्टोरेज टैंक से पहले पानी के कनैक्शन नहीं दिए जा सकते। उन्होंने बताया कि शिमला में रसूखदारों और होटलियर से की-मैन की सैटिंग भी पानी की कमी का अहम कारण है। इस वजह से आम जनता को पानी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि शिमला में वाटर डिस्ट्रिब्यूशन में खामियों की बदौलत जनता पानी को तरस रही है। इन दिनों भी शिमला को 18 से 19 एम.एल.डी. पानी मिल रहा। इस लिहाज से तीसरे दिन हर घर में पानी मिलना चाहिए लेकिन शिमला में कई घरों को 10 से 12 दिन बाद पानी दिया जा रहा है।


उन्होंने शिमला की अलग-अलग पेयजल योजनाओं में पानी की लीकेज को रोकने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। महेंद्र सिंह ठाकुर ने न्यू शिमला में भवन निर्माण पर रोक के बावजूद काम करने वाले एक व्यक्ति का पानी का कनैक्शन काटने के निर्देश दिए क्योंकि सरकार ने पानी की कमी को देखते हुए लोगों से निर्माण कार्य बंद करने के निर्देश दे रखे हैं, वहीं न्यू शिमला में ही एक व्यक्ति की पानी की टंकी सुबह 7 से 11.15 बजे तक ओवर फ्लो हो रही थी तो मंत्री ने उसका भी कनैक्शन काटने के निर्देश दिए।


शिमला में लगेंगे 11  हैंडपंप
महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि शिमला शहर में पानी की कमी को देखते हुए विभाग ने 11 नई साइट हैंडपंप के लिए चिन्हित कर दी हैं। इसके लिए अर्की से मशीन मंगवा दी गई है। 20 दिन के भीतर हैंडपंप के लिए शिमला में 4 और साइट चिन्हित की जाएंगी और 15 हैंडपंप स्थापित किए जाएंगे।
 

Ekta